आपको बता दें की इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों तक योजना का लाभ पहुंचाना है, जो अभी तक इससे वंचित रह गए हैं। इसके साथ ही 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड भी बनाए जाएंगे।
कैसे होगा अभियान संचालन
स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) के अनुसार इस अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम विकास, बाल विकास एवं पोषण, खाद्य एवं रसद, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और सूचना विभाग भी सहयोग करेंगे। सभी जिलों में पात्र परिवारों का डेटा data.ayushman.up.in पर उपलब्ध करवा दिया गया है, ताकि कोई भी परिवार या सदस्य छूट न पाए।
फील्ड लेवल सहयोग
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अर्चना वर्मा ने बताया कि अभियान में विभिन्न विभागों में कार्यरत फील्ड लेवल वर्कर्स का सहयोग लिया जाएगा। इनके माध्यम से उन पात्र परिवारों के सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे जो अब तक योजना से बाहर रहे हैं।
कार्ड बनाने की प्रक्रिया और प्रोत्साहन
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पात्र परिवार ई-केवाईसी के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। प्रत्येक कार्ड बनाने वाले कार्यकर्ता को प्रोत्साहन राशि के रूप में 5 रुपये दिए जाएंगे। कार्ड बनाने की सुविधा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), अस्पतालों और पंचायत स्तर पर उपलब्ध रहेगी। आशा और पंचायत सहायक भी लाभार्थियों को इस प्रक्रिया में मदद करेंगे। इसके अलावा, आशा मोबाइल एप के जरिए भी आयुष्मान कार्ड बनवाए जा सकते हैं।

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