बिहार में 7वीं पास के लिए खुशखबरी, कंडक्टर बनने का मौका!

पटना। राज्य में सार्वजनिक परिवहन को जनता के लिए अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में परिवहन विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नए परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने पदभार संभालते ही विभागीय नीतियों में बदलाव की शुरुआत कर दी है। इन फैसलों में सबसे अधिक चर्चा उस निर्णय की है, जिसके तहत अब सातवीं पास अभ्यर्थी भी सरकारी बसों में कंडक्टर बनने के लिए पात्र होंगे।

कंडक्टर पद के लिए ‘7वीं पास’ योग्यता तय

पूर्व में कंडक्टर पद के लिए अधिक शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता होती थी, लेकिन नए निर्णय से अब कम पढ़े-लिखे और आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर खुलेंगे। यह कदम खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों युवाओं को परिवहन क्षेत्र में नौकरी का सीधा मौका देगा।

परिवहन विभाग में सुधारों की शुरुआत

कार्यभार ग्रहण के बाद आयोजित पहली समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह और परिवहन आयुक्त अभिषेक द्विवेदी सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। मंत्री ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में परिवहन विभाग में संरचनात्मक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर सुधार नजर आएंगे।

बस अड्डों पर सुविधाएं होंगी बेहतर

बैठक में बस अड्डों और स्टॉपेज पर यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दी गई। मंत्री ने निर्देश दिया कि पेयजल और स्वच्छ शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित हो। यात्रियों के लिए पर्याप्त बैठने की व्यवस्था हो। सफाई और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। जहां-जहां बस स्टैंड की जमीन पर अतिक्रमण है, उसे तुरंत हटाया जाए। इन सुधारों से राज्य के प्रमुख बस अड्डों की स्थिति में वास्तविक बदलाव आने की उम्मीद है।

चालक कल्याण योजना को मिलेगा नया रूप

मंत्री ने चालक वर्ग को परिवहन व्यवस्था की “रीढ़” बताते हुए उनकी सुविधाओं और सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व देने की बात कही। उन्होंने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा, यूनिफॉर्म, पेंशन जैसी सभी सुविधा योजनाओं को तेजी से लागू किया जाए। उन्होंने चेताया कि किसी भी स्तर पर देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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