इस योजना के तहत राज्य के विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों में स्टार्टअप सेल स्थापित किए जाएंगे। उद्योग और शिक्षा विभाग मिलकर एक स्टेप-बाय-स्टेप रणनीति तैयार कर रहे हैं, ताकि युवा उद्यमियों को शुरुआती मदद, मेंटरशिप और इनक्यूबेशन सपोर्ट मिल सके। इसके साथ ही संस्थानों के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत किया जाएगा, ताकि स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल तैयार हो सके।
छात्र-छात्राओं के लिए अवसर
योजना के अंतर्गत हर छात्र को बीज निधि (सीड फंड), मेंटरशिप और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह सहायता उन्हें उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने, रोजगार सृजन और नवाचार करने में मदद करेगी। इस प्रक्रिया में उन्हें इनक्यूबेशन सपोर्ट दिया जाएगा, जिसमें मार्गदर्शन, कार्यालय स्थल, तकनीकी सहायता और नेटवर्किंग का अवसर शामिल होगा।
कौशल विकास और वित्तीय सहायता
शिक्षा पूरी करने के बाद छात्रों को मैनेजमेंट, मार्केटिंग और स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा, शुरुआती पूंजी की सुविधा और निवेशकों तक पहुंच बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। इस तरह, युवा न केवल नौकरी पाने बल्कि नई नौकरी सृजन करने की क्षमता विकसित करेंगे।
स्टार्टअप इंडिया सीड फंड का लाभ
सरकार की योजना के अनुसार, अगर छात्र-छात्राओं द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप सफल होते हैं, तो उन्हें स्टार्टअप इंडिया सीड फंड से 20 लाख रुपये तक का अनुदान भी मिल सकता है। यह पहल युवाओं में उद्यमशीलता की मानसिकता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

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