1. लोअर बर्थ का आसान अलॉटमेंट
अब वरिष्ठ नागरिकों, 45 साल से ऊपर की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को टिकट बुक करते समय लोअर बर्थ का चुनाव नहीं करना पड़ेगा। उपलब्धता के अनुसार उन्हें अपने आप लोअर बर्थ मिल जाएगी। स्लीपर क्लास में 6-7, 3AC में 4-5 और 2AC में 3-4 लोअर बर्थ इन यात्रियों के लिए हर कोच में आरक्षित रहेंगी। इससे सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाई वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
2. दिव्यांग यात्रियों के लिए खास कोटा
अब सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में दिव्यांग यात्रियों और उनके अटेंडेंट के लिए सीटों का अलग कोटा रखा गया है। स्लीपर और 3AC/3E में चार-चार बर्थ, वहीं 2S और एयर कंडीशन चेयर कार में चार सीटें दिव्यांग यात्रियों के लिए सुनिश्चित की गई हैं।
3. दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष कोच
अब ज्यादातर ट्रेनों में दिव्यांग यात्रियों के लिए अलग कोच होंगे। इन कोचों को व्हीलचेयर की सुविधा, बड़े बर्थ, आरामदायक टॉयलेट, ग्रैब रेल और वॉश बेसिन जैसी विशेष सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। इस तरह दिव्यांग यात्रियों की यात्रा अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक होगी।
4. दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए ब्रेल साइनबोर्ड
दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने ब्रेल लिपि में साइनबोर्ड लगाने का फैसला किया है। इन साइनबोर्ड पर लिखी ब्रेल स्क्रिप्ट से यात्री आसानी से ट्रेन और स्टेशन की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
5. एक्सेसिबिलिटी फीचर्स वाली नई ट्रेनों में सुविधा
नई वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों में विशेष एक्सेसिबिलिटी फीचर्स हैं। पहले और आखिरी कोच में व्हीलचेयर के लिए जगह, विशेष रैंप और डिजाइन किए गए टॉयलेट दिए गए हैं। रिजर्व्ड कोचों के दरवाजों पर निशान और आसान एंट्री-एग्जिट के विकल्प भी उपलब्ध हैं, जिससे सभी यात्री आसानी से चढ़-उतर सकें।

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