इस मंत्र के जाप से प्रसन्न होते हैं भगवान गणेश, जीवन में आती है सुख और समृद्धि

डेस्क: आज के समय में सभी लोग ये चाहते हैं की उनके जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहे। लेकिन ग्रहों की चाल कभी कभी उनके जीवन में दोष पैदा कर देती हैं। जिससे सुख और समृद्धि समाप्त हो जाती हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे ऐसे मंत्र के बारे में जिस मंत्र से भगवान गणेश प्रसन्न रहते हैं। इससे जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से। 
गणेश जी के पूजन में इस मंत्र का जप करें:

प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।

तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।

प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।

अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।

इस मंत्र का अर्थ :

मैं ऐसे देवता का पूजन करता हूं, जिनकी पूजा स्वयं ब्रह्मदेव करते हैं।  ऐसे देवता, जो मनोरथ सिद्धि करने वाले हैं, भय दूर करने वाले हैं, शोक का नाश करने वाले हैं, गुणों के नायक हैं, गजमुख हैं, अज्ञान का नाश करने वाले हैं। मैं शिव पुत्र श्री गणेश का सुख-सफलता की कामना से भजन, पूजन और स्मरण करता हूं। 

भगवान गणेश की पूजा का विशेष दिन बुधवार माना गया है। साथ ही इस दिन बुध ग्रह की भी पूजा की जाती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ स्थिति में हो तो बुधवार को गणेश पूजन करने से लाभ मिलता है। इससे जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती हैं। 

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