भारत के वो 4 'ब्रह्मास्त्र', जिनसे कांपता है चीन-पाक!

नई दिल्ली। भारत एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति है, जो न केवल आर्थिक मोर्चे पर तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि सैन्य ताकत के मामले में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर चुका है। पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की नज़रें हमेशा भारत पर टिकी रहती हैं, लेकिन भारत के पास ऐसे कुछ ‘ब्रह्मास्त्र’ हैं जो इन्हें सोचने पर मजबूर कर देते हैं।

1. अग्नि-V मिसाइल – परमाणु शक्ति से लैस 'साइलेंट वारियर'

अग्नि-V भारत की सबसे घातक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसकी रेंज 5,000 किलोमीटर से ज्यादा है। यह मिसाइल चीन पाकिस्तान के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकती है। ये मिसाइल एमआईआरवी तकनीक से लैस हैं। यानि की एक रॉकेट में कई वारहेड (हथियार) होते हैं। इनमें अपने टारगेट को खोजने और विभिन्न दिशाओं में जाकर ध्वस्त करने की क्षमता होती है।

2. INS अरिहंत – समुद्र में छिपा 'परमाणु रक्षक'

INS अरिहंत भारत की पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी है। यह पनडुब्बी दुश्मनों की नज़रों से बचकर समुद्र की गहराइयों में रहकर परमाणु मिसाइल दाग सकती है। इससे भारत को "Second Strike Capability" मिलती है, यानी अगर दुश्मन पहला हमला करता है तो भारत समुद्र से जवाब दे सकता है — यह किसी भी विरोधी के लिए डरावना संदेश है।

3. राफेल लड़ाकू विमान – आसमान का सुपर पावर

फ्रांस से आए राफेल लड़ाकू विमान ने भारतीय वायुसेना की ताकत में जबरदस्त इज़ाफा किया है। यह विमान हवा से हवा, हवा से जमीन, और हवा से समुद्र में हमला कर सकता है। इसकी Meteor मिसाइल 150+ किलोमीटर की दूरी से दुश्मन के विमान को गिरा सकती है — इससे पाकिस्तान और चीन दोनों की नींद उड़ चुकी है।

4. BRAHMOS मिसाइल – दुनिया की सबसे तेज क्रूज़ मिसाइल

भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित की गई ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, जिसकी गति Mach 3 (तीन गुना ध्वनि की गति) है। यह ज़मीन, हवा, और समुद्र से लॉन्च की जा सकती है। इसकी सटीकता और रफ्तार के कारण कोई भी रक्षा प्रणाली इसे रोकना लगभग असंभव है।

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