यूपी में अब मकान बनाने वालों के लिए अच्छी खबर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब अपने सपनों का घर बनाना और भी आसान होने जा रहा है। मकान निर्माण के नक्शे पास कराने की प्रक्रिया को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने राज्य भर के लोगों को बड़ी राहत देते हुए 'फास्ट पास' नामक एक नया डिजिटल सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिससे घरों के नक्शे पास कराना न सिर्फ बेहद सरल, बल्कि काफी सस्ता भी हो जाएगा।

यह नई प्रणाली न केवल लखनऊ बल्कि प्रदेश के सभी नगर विकास प्राधिकरणों में लागू की जाएगी। 'फास्ट पास' एक अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे खासतौर पर आर्किटेक्ट्स और भवन स्वामियों के लिए डिजाइन किया गया है। इसके जरिए कोई भी पंजीकृत आर्किटेक्ट ऑटो कैड (AutoCAD) सॉफ्टवेयर से बना नक्शा सीधे ऑनलाइन अपलोड कर सकेगा।

क्या बदलेगा ‘फास्ट पास’ के आने से?

अब तक घरों का नक्शा पास कराने के लिए तकनीकी रूप से जटिल प्री-डीसीआर सिस्टम का इस्तेमाल होता था। पूरे लखनऊ में महज 20 आर्किटेक्ट ही इस सिस्टम को समझ और संचालित कर पाते थे, जिसके चलते आम जनता को भारी शुल्क अदा करना पड़ता था। नक्शा पास कराने में औसतन 50,000 रुपये तक का खर्च आता था। लेकिन अब इस खर्च में 90% तक की कमी आ जाएगी। अनुमान है कि ‘फास्ट पास’ के जरिए नक्शा पास कराने का खर्च सिर्फ 5,000 से 7,000 रुपये रह जाएगा। यह बदलाव खासकर मध्यम वर्ग और छोटे निर्माणकर्ताओं के लिए बेहद राहत देने वाला होगा।

बिचौलियों की भूमिका होगी खत्म

नई व्यवस्था पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी होगी। इससे नक्शा पास कराने की प्रक्रिया में बिचौलियों की भूमिका लगभग खत्म हो जाएगी। साथ ही, सभी पंजीकृत आर्किटेक्ट्स इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिससे प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति आएगी।

डिजिटल इंडिया मिशन को मिलेगा बल

एलडीए के उपाध्यक्ष ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर लगभग तैयार हो चुका है और एक महीने के भीतर इसे पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, इस व्यवस्था की निगरानी के लिए एक अलग तकनीकी सेल भी गठित की जा रही है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि उपयोगकर्ताओं को किसी तरह की तकनीकी परेशानी न हो।

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