स्टील्थ जेट क्या हैं और रडार इन्हें क्यों नहीं पकड़ पाता?

नई दिल्ली। आज के आधुनिक युद्धों में तकनीक सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है। जैसे-जैसे निगरानी और सुरक्षा प्रणालियाँ उन्नत होती जा रही हैं, वैसे-वैसे सैन्य विमानों को अदृश्य बनाने की तकनीक भी विकसित हो रही है। इसी कड़ी में एक क्रांतिकारी खोज है — स्टील्थ जेट।

स्टील्थ जेट क्या है?

स्टील्थ जेट एक ऐसा लड़ाकू विमान होता है जिसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह रडार, इंफ्रारेड, सोनार या अन्य निगरानी प्रणालियों से छिपा रह सके। इसे इस तरह से बनाया जाता है कि दुश्मन की नजरों से बचकर मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे सके।

प्रमुख स्टील्थ जेट के उदाहरण:

F-22 Raptor (अमेरिका), F-35 Lightning II (अमेरिका), B-2 Spirit बॉम्बर, चीन का Chengdu J-20, रूस का Su-57 आदि।

रडार स्टील्थ जेट को क्यों नहीं पकड़ पाता?

रडार (RADAR – Radio Detection and Ranging) एक प्रणाली होती है जो रेडियो तरंगें भेजकर किसी वस्तु की स्थिति और गति का पता लगाता है। जब ये तरंगें किसी वस्तु से टकराकर लौटती हैं, तो रडार उसे "देख" लेता है। लेकिन स्टील्थ जेट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया होता है ये तरंगे इसे देख नहीं पाता।

1. आकार की चालाकी:

स्टील्थ जेट्स का बाहरी आकार इस प्रकार होता है कि रडार तरंगें टकराकर सीधे वापस नहीं जातीं, बल्कि इधर-उधर बिखर जाती हैं। इससे रडार को वापस सिग्नल नहीं मिल पाता और वह विमान को "देख" नहीं पाता।

2. रडार-अवशोषक सामग्री:

इन स्टील्थ जेट्स की सतह पर विशेष मटेरियल की कोटिंग होती है जो रडार तरंगों को सोख लेती है या कमजोर कर देती है। इससे रडार को विमान का सटीक प्रतिबिंब नहीं मिल पाता।

3. हीट सिग्नेचर कम करना

स्टील्थ जेट्स में इंजन एग्जॉस्ट को इस तरह छिपाया जाता है या ठंडा किया जाता है कि वह कम गर्मी उत्सर्जित करे, जिससे इंफ्रारेड सेंसर भी धोखा खा जाएं।

4. कम ध्वनि और कम संकेत

इन विमानों में शोर और रेडियो सिग्नलों को भी नियंत्रित किया जाता है ताकि ध्वनि आधारित या इलेक्ट्रॉनिक निगरानी सिस्टम उन्हें पहचान न सके।

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