सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से कई ड्रोन और टैक्टिकल मिसाइल हमले किए गए, जिनका लक्ष्य भारतीय सैन्य चौकियों और बस्तियों पर था। लेकिन भारत ने 'आकाश', 'MRSAM', 'S-400', 'ZU-23', 'L-70' और 'शिल्का' जैसे उन्नत वायु रक्षा हथियारों की मदद से इन हमलों को हवा में ही रोक दिया। एक भी मिसाइल या ड्रोन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया।
मजबूत सुरक्षा कवच:
भारतीय सेना की वायु रक्षा प्रणाली में अब आधुनिक तकनीक से लैस कई ऐसे हथियार शामिल हैं जो हर मौसम और हर ऊंचाई पर काम करने में सक्षम हैं। रूस से प्राप्त S-400 ट्रायम्फ प्रणाली ने अपनी दूर तक मार करने वाली क्षमता के दम पर हवा में ही कई खतरों को समाप्त किया। वहीं स्वदेशी रूप से विकसित आकाश मिसाइल प्रणाली ने मध्यम दूरी के लक्ष्यों को प्रभावी रूप से भेदा।
पुराने हथियार, नई ताकत:
सेना ने अपने पारंपरिक हथियारों को भी अपग्रेड कर उन्हें नई तकनीक से सुसज्जित किया है। ZU-23 और L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन अब इलेक्ट्रॉनिक टारगेटिंग सिस्टम और नाइट विज़न से लैस हैं। शिल्का, जो पहले ही दुश्मन के हेलीकॉप्टरों और ड्रोन के लिए खतरा थी, अब और भी अधिक घातक बन चुकी है।
दुनिया ने देखी भारत की शक्ति:
भारत की त्वरित और सटीक कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान को जवाब दिया बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की रक्षा क्षमता को उजागर किया। भारतीय सेना ने एक बार फिर यह संदेश दे दिया है कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। सीमा पार से आने वाले हर खतरे का जवाब मुंहतोड़ तरीके से दिया जाएगा।
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