जानकारों का मानना है कि इस बार निचले वेतनमान (Pay Level 1 से 5) में आने वाले कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। क्योंकि पिछले वेतन आयोगों की तरह इस बार भी फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) सैलरी बढ़ोतरी का सबसे अहम पैमाना होगा।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?
फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक होता है, जिससे मौजूदा बेसिक पे को गुणा कर नई सैलरी तय की जाती है। 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था, जबकि 8वें वेतन आयोग के लिए इसे 1.92 से 2.86 के बीच रखने की अटकलें हैं। अगर यह 2.86 होता है तो न्यूनतम बेसिक पे ₹18,000 से बढ़कर सीधे ₹51,480 तक जा सकता है।
किन कर्मचारियों को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?
पे लेवल 1 (Pay Level 1)
बेसिक पे: ₹18,000 (संभावित बढ़ोतरी के बाद ₹51,480)
इस लेवल में मुख्यतः चतुर्थ श्रेणी (Group D) कर्मचारी आते हैं: मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS), प्यून / चपरासी, सफाई कर्मचारी, दफ्तरी, चौकीदार। बढ़ोतरी प्रतिशत के लिहाज़ से सबसे ज्यादा लाभ इसी वर्ग को मिलने की उम्मीद है।
पे लेवल 3 (Pay Level 3)
बेसिक पे: ₹21,700
इसमें आते हैं: कांस्टेबल (पुलिस/पैरामिलिट्री), सीनियर क्लर्क, पंचायत सचिव (कुछ राज्यों में), स्किल्ड टेक्निशियन। अनुमान के अनुसार, इस स्तर की सैलरी भी ₹62,000 तक पहुंच सकती है। जिससे इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
पे लेवल 4 (Pay Level 4)
बेसिक पे: ₹25,500
शामिल हैं: असिस्टेंट लोअर डिविजन क्लर्क, सीनियर स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर (Grade B), इस ग्रुप को भी अच्छी खासी बढ़ोतरी मिलने की उम्मीद है, लेकिन प्रतिशत में बढ़ोतरी अभी भी लेवल 1 के मुकाबले कम होगी।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
वेतन विशेषज्ञों के अनुसार, अगर 8वां वेतन आयोग 2026 तक लागू होता है, तो यह निचले वेतन स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए एक ऐतिहासिक बढ़ोतरी साबित हो सकती है। इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी और आर्थिक स्तर पर राहत मिलेगी।
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