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दशहरे पर करें ये 3 टोटके, घर में सुख-समृद्धि और धन की वर्षा

धर्म डेस्क। दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह दिन आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

1. नारियल का विशेष उपाय

दशहरे की संध्या को भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें। पूजा में एक ताजे नारियल को श्रद्धा भाव से अर्पित करें और पूजा के बाद उसे अपनी तिजोरी या उस स्थान पर रखें जहां आप धन संग्रह करते हैं। रात्रि में उसी नारियल को किसी निकटवर्ती राम मंदिर में जाकर चढ़ा दें और प्रभु श्रीराम से अपने जीवन में सुख, समृद्धि और आर्थिक उन्नति की प्रार्थना करें। यह उपाय लक्ष्मी कृपा प्राप्त करने का एक सरल लेकिन अत्यंत प्रभावी तरीका माना गया है।

2. नीम और शमी का उपाय

दशहरे के दिन नीम की कुछ पत्तियां लाकर अपने घर के पूजा स्थल में रखें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और रोग-शोक दूर रहते हैं। साथ ही, इस दिन शमी के पौधे को घर लाकर रोपण करना या उसकी पूजा करना विशेष शुभ फलदायी माना गया है। मान्यता है कि शमी के पत्तों को स्वर्ण (सोना) का प्रतीक माना जाता है और यह समृद्धि को आकर्षित करती है। यदि शमी का पौधा न हो, तो उसकी पत्तियों को पूजा में शामिल करें और तिजोरी के पास रखें।

3. दान का उपाय - झाड़ू का दान

हिंदू धर्म में दान को पुण्य का मार्ग माना गया है, और दशहरा इसके लिए अत्यंत शुभ अवसर है। इस दिन किसी जरूरतमंद या निर्धन व्यक्ति को झाड़ू दान करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू मां लक्ष्मी का प्रतीक है और इसे दान करने से घर में दरिद्रता दूर होती है तथा लक्ष्मी का स्थायी वास होता है। दान करते समय मन में किसी प्रकार का घमंड न रखें और सच्चे भाव से यह कार्य करें।

बिहार में सभी 'किसानों' के लिए खुशखबरी, तुरंत जानें!

पटना। बिहार के किसानों के लिए राज्य सरकार की ओर से एक बड़ी सौगात सामने आई है। अब खेतों की मिट्टी की जांच के लिए उन्हें दूर-दराज स्थित जिला या प्रमंडल मुख्यालयों तक नहीं जाना पड़ेगा। कृषि विभाग ने तय किया है कि मिट्टी जांच की सुविधा किसानों को उनके नजदीकी अनुमंडल स्तर पर ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसका उद्देश्य है, खेती को वैज्ञानिक आधार पर मजबूती देना और उत्पादन को बढ़ाना।

मिट्टी जांच प्रयोगशालाओं का तेजी से विस्तार

वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य सरकार ने 25 जिलों में कुल 32 अनुमंडल स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं स्थापित करने का निर्णय लिया है। इनमें गोपालगंज, अररिया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, मधेपुरा जैसे जिलों में एक-एक प्रयोगशाला बनेगी, जबकि पटना, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सुपौल जैसे जिलों में दो-दो प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। पहले से राज्य में 14 अनुमंडल स्तरीय, 38 जिला स्तरीय, 9 प्रमंडल स्तर की चलंत और 72 ग्राम स्तर की मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं।

आधुनिक तकनीक से होगी जांच

मिट्टी जांच की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और वैज्ञानिक बनाने के लिए अब सॉफ्टवेयर आधारित नमूना संग्रहण प्रणाली अपनाई गई है। कृषि विभाग के कर्मी खेत में जाकर किसान की जमीन का फोटो लेते हैं, साथ ही GPS के माध्यम से अक्षांश और देशान्तर की जानकारी भी दर्ज की जाती है। इन जानकारियों के साथ किसान का नाम, पता और खेत का विवरण भी ऐप में अपलोड किया जाता है।

मिट्टी की सेहत का हो रहा मूल्यांकन

मिट्टी जांच से किसानों को अपने खेत की 'सेहत' की सही जानकारी मिलती है। खेत में कौन-से पोषक तत्व हैं, कौन-से नहीं हैं, और किस तरह की फसल वहां सबसे उपयुक्त होगी – इन सब जानकारियों के आधार पर किसान बेहतर उत्पादन की दिशा में कदम उठा सकते हैं। 2024-25 में राज्य भर से लगभग पाँच लाख मिट्टी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच की गई थी। यह पहल किसानों को वैज्ञानिक कृषि की ओर ले जा रही है।

किसानों को होगा सीधा लाभ

यह नई व्यवस्था किसानों के लिए समय और पैसे की बचत करेगी। उन्हें अब मिट्टी जांच के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और न ही निजी प्रयोगशालाओं पर निर्भर रहना होगा। साथ ही, जांच के बाद उन्हें पोषक तत्वों की जरूरत और उर्वरकों के सही इस्तेमाल की जानकारी मिलेगी, जिससे न केवल लागत घटेगी बल्कि उपज भी बढ़ेगी।

यूपी में 8 लाख कर्मचारियों को लेकर बड़ा अपडेट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के करीब 8 लाख कर्मचारियों को दीपावली से पहले बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। केंद्र सरकार की घोषणा के बाद अब प्रदेश सरकार भी बोनस देने की योजना को अंतिम रूप देने में जुट गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अक्तूबर के दूसरे सप्ताह तक बोनस संबंधी आदेश जारी हो सकते हैं।

7000 रुपये तक का मिलेगा बोनस

सरकारी सूत्रों की मानें तो बोनस की अधिकतम सीमा 7000 रुपये तक रखी गई है। यह बोनस अराजपत्रित (non-gazetted) कर्मचारियों, दैनिक वेतनभोगी और वर्कचार्ज कर्मचारियों को दिया जाएगा। बोनस की राशि कर्मचारियों की श्रेणी के अनुसार 3400 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक निर्धारित की जाएगी।

इस योजना से लगभग आठ लाख कर्मचारियों को लाभ मिलने की संभावना है, जिससे प्रदेश सरकार के खजाने पर 1000 करोड़ रुपये से अधिक का भार आने की उम्मीद है। बोनस की आधी रकम कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि (GPF) खाते में जमा होगी, जबकि शेष राशि नकद तौर पर उनके खाते में भेजी जाएगी।

वित्त विभाग तैयार कर रहा प्रस्ताव

इस प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने के लिए वित्त विभाग पत्रावली तैयार कर रहा है। तैयार प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री कार्यालय से अंतिम मुहर लगने के बाद कार्यकारी आदेश जारी किए जाएंगे। सरकार का लक्ष्य है कि दीपावली से पहले यह लाभ कर्मचारियों तक पहुंच जाए।

महंगाई भत्ते में भी बढ़ोतरी के आसार

इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) में वृद्धि की घोषणा की जा सकती है। यदि ऐसा होता है, तो उत्तर प्रदेश सरकार भी राज्य कर्मियों और पेंशनरों के लिए DA/DR में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है। फिलहाल राज्य कर्मचारियों को 55% महंगाई भत्ता मिल रहा है, जिसे बढ़ाकर 58% किए जाने की संभावना है। अनुमान है कि इस बार महंगाई भत्ते में करीब 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।

मौसम बिगड़ा: बिहार में 6 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट

पटना। बिहारवासियों को आने वाले दिनों में मौसम के मिजाज से दो-चार होना पड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, प्रदेश में 2 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बंगाल की खाड़ी में बनने वाले निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से यह बदलाव देखने को मिलेगा।

मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बुधवार (2 अक्टूबर) को एक निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो सकता है, जो आगे चलकर अवदाब (डिप्रेशन) का रूप ले सकता है। इसके प्रभाव से बिहार के अधिकांश हिस्सों में मेघ गर्जन, तेज हवाएं और भारी वर्षा की आशंका है। इस दौरान खासकर उत्तरी बिहार, सीमांचल, कोसी, और तिरहुत क्षेत्र में अति भारी वर्षा के आसार हैं।

विशेष रूप से दशहरे के अवसर पर राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिलों में बूंदाबांदी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इससे त्योहार के मौके पर होने वाले कार्यक्रम और लोगों की आवाजाही प्रभावित हो सकती है।

सावधानी बरतने की अपील

मौसम विज्ञान केंद्र ने किसानों, यात्रियों और आम लोगों से अपील की है कि वे मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें और अत्यधिक वर्षा के दौरान खुले में निकलने से बचें। नदी-नालों के पास न जाने और कमजोर निर्माण वाली जगहों से दूर रहने की भी सलाह दी गई है।

पेशाब में जलन होने के 5 कारण, हो जाएं सावधान!

हेल्थ डेस्क। पेशाब करते समय जलन महसूस होना एक आम लेकिन चिंताजनक समस्या है। कई लोग इसे मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। यदि समय रहते इसका कारण नहीं जाना गया और इलाज नहीं किया गया, तो स्थिति बिगड़ सकती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकती है, हालांकि महिलाओं में इसका जोखिम अधिक होता है। पेशाब में जलन के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन यहां हम 5 सबसे आम और प्रमुख कारणों की बात करेंगे, जिनसे आपको सावधान रहने की ज़रूरत है।

1. मूत्र संक्रमण (UTI)

यूटीआई पेशाब में जलन का सबसे आम कारण है। यह संक्रमण तब होता है जब बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं। महिलाओं में इसकी संभावना अधिक होती है क्योंकि उनकी मूत्रनली छोटी होती है। इसके अन्य लक्षणों में बार-बार पेशाब आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द और पेशाब में दुर्गंध शामिल हैं।

2. पर्याप्त पानी न पीना

शरीर में पानी की कमी से पेशाब गाढ़ा हो जाता है, जिससे मूत्र मार्ग में जलन हो सकती है। जब शरीर हाइड्रेटेड नहीं रहता, तो यूरिन में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पेशाब करते समय जलन महसूस होती है।

3.साफ-सफाई में लापरवाही

स्वच्छता में कमी भी मूत्र मार्ग को संक्रमित कर सकती है। खासकर महिलाओं में सैनिटरी नैपकिन लंबे समय तक न बदलना, गलत दिशा में सफाई करना या गंदे अंडरगारमेंट्स पहनना संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है।

4. यौन संक्रामक रोग (STI)

कई बार पेशाब में जलन यौन संक्रामक रोगों की वजह से होती है, जैसे कि क्लैमाइडिया या गोनोरिया। ऐसे मामलों में साथ में योनि या लिंग से स्राव, खुजली या दर्द भी हो सकता है। यदि यह लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

5. कुछ दवाइयों या रासायनिक उत्पादों का असर

कुछ दवाइयों या केमिकल युक्त साबुन, स्प्रे, या लुब्रिकेंट्स का उपयोग भी मूत्र मार्ग को प्रभावित कर सकता है। इससे एलर्जी या जलन हो सकती है, जो पेशाब करते समय असहजता का कारण बनती है।

यूपी के इस जिले में जमीन के नया सर्किल रेट होगा लागू

न्यूज डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में जमीन के सर्किल रेट में जल्द ही बदलाव होने वाला है। प्रदेश सरकार हर साल की तरह इस बार भी जमीन की बाजारू कीमतों और सरकारी दरों के बीच अंतर कम करने के लिए नया सर्किल रेट लागू करने जा रही है। पिछले साल 28 अगस्त को आखिरी बार सर्किल रेट में वृद्धि की गई थी, जिसमें 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि इस बार बदलाव की प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में है, क्योंकि तहसीलों से प्रस्ताव अभी तक जिलास्तरीय कमेटी को प्राप्त नहीं हुए हैं।

सर्किल रेट बढ़ाने की प्रक्रिया में देरी

प्रत्येक तहसील के तहसीलदार और सब रजिस्ट्रार की टीमों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे स्थानीय जमीनों के रेट में बदलाव के प्रस्ताव तैयार करें। इसके बाद इन प्रस्तावों पर जिला स्तरीय कमेटी आपत्तियां मांगेगी और सभी सुझावों को ध्यान में रखकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। लेकिन लगभग एक माह बीतने के बावजूद अभी तक प्रस्ताव नहीं आए हैं, जिससे सर्किल रेट के निर्धारण में देरी हो रही है।

सड़कों की सूची को आधार बनाएगी सरकार

इस बार सरकार ने लोकनिर्माण विभाग, जिला पंचायत और ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग से लगभग पांच हजार सड़कों की सूची मांगी है। ये सड़कें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी परियोजनाओं के कारण जमीन के दामों को प्रभावित कर रही हैं। इस सूची के आधार पर सर्किल रेट तय करने में सड़कें भी शामिल होंगी, जिससे ज़मीन की कीमतों का अधिक यथार्थपरक आकलन किया जा सके।

बड़ी परियोजनाओं के बाद पहली बार संभव है बढ़ोतरी

यह जिला पूर्व में कई बड़े राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय सड़क परियोजनाओं का केंद्र रहा है। वर्ष 2015 के बाद पहली बार माना जा रहा है कि इस बार सर्किल रेट में बढ़ोतरी अपेक्षाकृत सही और ठोस आधार पर की जाएगी। पिछली बार मामूली संशोधन के अलावा इस बार अपेक्षाकृत संतुलित बढ़ोतरी की उम्मीद है, क्योंकि इस समय कोई बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट प्रस्तावित नहीं है।

इस फैसले से किसानों और विक्रेताओं को होगा लाभ

सर्किल रेट बढ़ने का सीधा असर जमीन बेचने वाले किसानों को मिलेगा। सरकारी दरों में वृद्धि से उन्हें अपनी संपत्ति की सही कीमत मिलने में आसानी होगी। इसके अलावा, खरीदारों को भी बाजार में अधिक पारदर्शिता मिलेगी और खसरा-खतौनी के आधार पर उचित मूल्य तय होगा।

दरअसल, सभी तहसीलों से प्रस्ताव आने के बाद जिला स्तरीय कमेटी इन पर समीक्षा करेगी और यदि कहीं कोई आपत्ति या सुझाव आएगा तो उसे भी सुना जाएगा। इसके बाद अंतिम रूप से नए सर्किल रेट को मंजूरी दी जाएगी और उसे लागू किया जाएगा। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद जमीन की खरीद-फरोख्त और रजिस्ट्री की गतिविधियों में नए रेट लागू होंगे।

बिहार में इन 'शिक्षकों' के लिए बड़ी खुशखबरी, पढ़ें पूरी खबर

पटना। बिहार सरकार ने राज्य के अनुदानित और वित्त रहित शिक्षकों के लिए एक बड़ी घोषणा करते हुए शिक्षण व्यवस्था में एक अहम बदलाव की ओर कदम बढ़ाया है। वर्षों से वेतन और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे इन शिक्षकों के हित में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मंगलवार को एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त विसंगतियों को दूर कर शिक्षकों को उनका अधिकार दिलाने की दिशा में कार्य करेगी।

समिति करेगी समस्याओं की समीक्षा और समाधान

राज्य सरकार की ओर से गठित इस समिति में मुख्य सचिव समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। समिति का मुख्य उद्देश्य अनुदानित और वित्त रहित शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मियों से जुड़ी समस्याओं की गहन समीक्षा करना और उनके स्थायी समाधान के लिए ठोस अनुशंसाएं देना है।

समिति के कार्य क्षेत्र में निम्न पहलू शामिल हैं

सहायक अनुदान की समय पर निर्गमन प्रक्रिया, शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का वेतन या मानदेय निर्धारण, समयबद्ध वेतन भुगतान की व्यवस्था, वेतन वितरण में आ रही विसंगतियों का निराकरण, संस्थानों की स्थापना से संबंधित अन्य प्रशासनिक और वित्तीय मुद्दे। 

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दी जानकारी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस निर्णय की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, "माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा वित्त रहित शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी!" उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा गठित यह समिति संबंधित शिक्षकों के वेतनमान, अनुदान, और अन्य लाभों को सुनिश्चित करने के लिए कार्य करेगी। चौधरी ने सभी संबंधित कर्मियों को शुभकामनाएं भी दीं।

वर्षों से लंबित थीं यह मांगें

राज्य के वित्त रहित शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों की यह मांग वर्षों से लंबित थी। वे लगातार सरकार से समान वेतन, समय पर भुगतान और सेवा सुरक्षा की मांग कर रहे थे। उनके आंदोलन और ज्ञापन का असर अब साफ दिख रहा है। नीतीश सरकार का यह कदम शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है।

बुधवार का दुर्लभ संयोग: 4 राशियों पर बरसेगा धन और सौभाग्य

धर्म डेस्क। बुधवार ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक विशेष और दुर्लभ संयोग लेकर आ रहा है। इस दिन बुध और गुरु ग्रह का विशेष योग बन रहा है, जिसे "धन-लाभ संयोग" कहा जा रहा है। इस ग्रह-स्थितियों के मेल से चार विशेष राशियों पर धन, सफलता और सौभाग्य की विशेष कृपा होने के संकेत हैं। यह संयोग न केवल आर्थिक क्षेत्र में लाभ देगा, बल्कि मानसिक शांति और पारिवारिक सुख भी लेकर आएगा।

इन 4 राशियों को होगा विशेष लाभ:

1. वृषभ राशि

इस राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक दृष्टि से बेहद शुभ रहने वाला है। अटके हुए पैसे वापस मिल सकते हैं और निवेश से लाभ के संकेत हैं। व्यापारियों को अचानक लाभ होगा और नई डील फाइनल हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या वेतन वृद्धि की खबर मिल सकती है।

2. कन्या राशि

बुध इस राशि का स्वामी ग्रह है, और बुधवार को ही इसका प्रभाव चरम पर होगा। इस संयोग से कन्या राशि के जातकों को करियर में नई ऊंचाई मिल सकती है। इंटरव्यू, परीक्षा या प्रतियोगी क्षेत्रों में सफलता के प्रबल योग बन रहे हैं। पुराने विवाद सुलझ सकते हैं।

3. तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए यह दिन नई शुरुआत का संकेत दे रहा है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जो लोग कला, मीडिया या फैशन से जुड़े हैं उन्हें विशेष अवसर मिल सकते हैं। दाम्पत्य जीवन में भी मधुरता आएगी।

4. मीन राशि

ग्रह के प्रभाव से मीन राशि वालों के लिए यह समय आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि का भी होगा। विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा से जुड़े शुभ समाचार मिल सकते हैं। पुराने निवेश अब लाभ देना शुरू करेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख और संतुलन बना रहेगा।

तूफानी बारिश आज! यूपी के 40 जिलों में अलर्ट जारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। बंगाल की खाड़ी में बने नए निम्न दबाव क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) के असर से प्रदेश में व्यापक बारिश की शुरुआत हो गई है। मौसम विभाग ने राज्य के 40 जिलों में अलर्ट जारी किया है और अगले तीन दिनों तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 2 अक्टूबर से लेकर 4 अक्टूबर तक प्रदेश के अवध, पूर्वांचल और मध्यांचल क्षेत्र में तूफानी बारिश हो सकती है।

पूर्वी यूपी में भारी बारिश का विशेष अलर्ट

मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में अगले दो दिनों में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर और संत कबीर नगर समेत आसपास के क्षेत्रों में 4 और 5 अक्टूबर को मूसलधार बारिश हो सकती है। 

आपको बता दें की इन इलाकों में जलभराव, पेड़ों के गिरने और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरतने की अपील की गई है। मौसम विभाग के अनुसान आज भी प्रदेश के कई जिलों में कुछ स्थान पर आसमानी बिजली गिर सकती हैं।

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, बिजली की गड़गड़ाहट के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासनिक हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें। किसान भाइयों को भी सलाह दी गई है कि वे बारिश से पहले खेतों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था करें।

बिहार में नौकरियों की आई बहार: अब 800+ पदों पर भर्ती

पटना। बिहार में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर सामने आया है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission - BSSC) ने 800 से अधिक पदों पर भर्तियाँ निकाली हैं। ये भर्तियाँ दो प्रमुख वर्गों स्पोर्ट्स ट्रेनर और स्टेनोग्राफर के पदों के लिए की जा रही हैं।

379 स्पोर्ट्स ट्रेनर पदों पर भर्ती

BSSC ने 379 स्पोर्ट्स ट्रेनर पदों के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदों पर वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने किसी भी विषय में स्नातक या डिप्लोमा की डिग्री प्राप्त की हो। इस भर्ती का उद्देश्य राज्य के खेल और युवा विकास विभाग में योग्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर खेल प्रतिभाओं को संवारना है।

ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत: 9 अक्टूबर 2025

आवेदन की अंतिम तिथि: 10 नवम्बर 2025

आवेदन वेबसाइट: bssc.bihar.gov.in

432 स्टेनोग्राफर पदों पर भर्ती

इसके साथ ही आयोग ने 432 स्टेनोग्राफर पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं (इंटरमीडिएट) निर्धारित की गई है। स्टेनोग्राफर पदों पर भर्ती से राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों में प्रशासनिक कार्यों में तेजी लाने की उम्मीद की जा रही है।

ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत: 25 सितम्बर 2025

आवेदन की अंतिम तिथि: 3 नवम्बर 2025

आवेदन वेबसाइट: bssc.bihar.gov.in

कैसे करें आवेदन?

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे BSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर संबंधित भर्ती विज्ञापन को ध्यानपूर्वक पढ़ें और निर्धारित समयसीमा के भीतर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। सभी आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना अनिवार्य है।

खुशखबरी! पूर्णिया से कोलकाता-अहमदाबाद के लिए रोज फ्लाइट

न्यूज डेस्क। पूर्णिया शहर की जनता के लिए यह समय गर्व और प्रसन्नता का है। हाल ही में प्रारंभ हुए पूर्णिया एयरपोर्ट ने मात्र 15 दिनों के भीतर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब यहां से कोलकाता और अहमदाबाद के लिए रोज़ाना फ्लाइट सेवा शुरू की जा रही है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण से एक बड़ा कदम है।

यह सेवा स्टार एयर द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है, जो संजय घोड़ावत समूह की विमानन इकाई है। इससे पहले इन दोनों शहरों के लिए उड़ानें केवल सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और रविवार को ही संचालित होती थीं। अब 15 अक्टूबर से यह सेवा हर दिन उपलब्ध होगी, जिससे यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी और समय की भी बचत होगी।

एयरपोर्ट के विकास में सामूहिक प्रयास

स्टार एयर की मुख्य वाणिज्य और मार्केटिंग अधिकारी, शिल्पा भाटिया, ने इस विस्तार के पीछे कई महत्वपूर्ण संस्थाओं और व्यक्तियों की भूमिका को रेखांकित किया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, भारतीय वायुसेना और स्थानीय राजनीतिक नेतृत्व के सहयोग से यह कार्य संभव हुआ। उनका कहना है कि कंपनी का उद्देश्य देश के उपेक्षित क्षेत्रों को सस्ती, सुरक्षित और विश्वसनीय हवाई सेवा प्रदान करना है।

उन्नत विमानों से उच्च गुणवत्ता की सेवा

नई उड़ानों के संचालन के लिए 88 सीटों वाले आधुनिक इंब्रेरर 175 विमान का उपयोग किया जा रहा है। यह विमान यात्रियों को बेहतर आराम, सुरक्षा और तेज़ सफर का अनुभव देने में सक्षम है। पहले छोटे 78 सीटों वाले विमान ही इस रूट पर चल रहे थे, लेकिन बढ़ती मांग के चलते बड़ी क्षमता वाले विमानों को शामिल किया गया है।

रिकॉर्ड तोड़ बुकिंग और यात्री संख्या

उद्घाटन के बाद से ही इस रूट की उड़ानों में लगभग 90% से अधिक बुकिंग देखी गई है। सोमवार को पूर्णिया एयरपोर्ट से छह विमानों का संचालन हुआ और सभी उड़ानें लगभग फुल रहीं। मंगलवार को भी चार विमानों का आवागमन दर्ज किया गया, जिनमें यात्रियों की संख्या उम्मीद से ज्यादा थी। एयरपोर्ट डायरेक्टर डीके गुप्ता के अनुसार मंगलवार को 160 यात्रियों ने पूर्णिया एयरपोर्ट पर आगमन किया जबकि 137 यात्रियों ने यहां से प्रस्थान किया।

आगे की मांग: दिल्ली और मुंबई की सीधी उड़ानें

इस उत्साहजनक विकास के बीच यात्रियों की मांग और भी तेज़ होती जा रही है। अब लोग पूर्णिया से दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े महानगरों के लिए सीधी उड़ानों की मांग कर रहे हैं। अगर यह मांग पूरी होती है, तो पूर्णिया जल्द ही उत्तर बिहार और सीमांचल क्षेत्र का एक प्रमुख हवाई केंद्र बन सकता है।

यूपी में 255 पदों पर भर्ती, 13 तक अपलोड करें प्रमाणपत्र

लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के अंतर्गत बीसीजी तकनीशियन के 255 पदों पर भर्ती प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। आयोग ने इन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से 13 अक्टूबर, 2025 तक अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्र आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।

आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, जो अभ्यर्थी यह अनिवार्य प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं करेंगे, उन्हें मुख्य परीक्षा की शॉर्टलिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा। इस कारण सभी पात्र अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते अपने दस्तावेज़ आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दें।

पात्रता की शर्तें:

इन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के पास निम्न शैक्षणिक योग्यताएं होना अनिवार्य है: इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा, विज्ञान विषयों के साथ उत्तीर्ण होनी चाहिए। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ट्यूबरकुलोसिस प्रोग्राम मैनेजमेंट में दो वर्षीय डिप्लोमा अनिवार्य है।

वेबसाइट पर उपलब्ध सुविधाएं:

आयोग ने यह भी सूचित किया है कि वेबसाइट पर अभ्यर्थी अपलोड किए गए प्रमाणपत्रों की स्थिति भी देख सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी दस्तावेज़ सफलतापूर्वक जमा हो चुके हैं।

समय पर कार्रवाई ज़रूरी:

भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने यह व्यवस्था की है। सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि अंतिम तिथि का इंतज़ार किए बिना जल्द से जल्द आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर लें ताकि किसी भी तकनीकी समस्या से बचा जा सके।

इसके बारे में और अधिक जानकारी एवं दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल http://upsssc.gov.in पर विजिट करें। साथ ही साथ दिए गए निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

स्पर्म काउंट बढ़ाना है? पुरुषों के लिए अमृत है ये 4 चीजें

हेल्थ डेस्क। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, अनियमित खानपान और बढ़ते तनाव का सीधा असर पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। कम स्पर्म काउंट यानी शुक्राणुओं की कमी एक आम स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है, जो न सिर्फ पुरुष की फर्टिलिटी को प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक तनाव का कारण भी बनती है।

अच्छी खबर यह है कि स्पर्म काउंट को प्राकृतिक रूप से बढ़ाना संभव है, और इसके लिए ज़रूरत है सिर्फ कुछ खास, पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने की। अखरोट, खजूर, कद्दू के बीज और केला ये चार फूड आइटम्स पुरुषों के लिए किसी "अमृत" से कम नहीं हैं।

आइए जानते हैं क्यों और कैसे:

1. अखरोट: स्पर्म क्वालिटी का सुधारक

अखरोट में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स स्पर्म की क्वालिटी और मोटिलिटी (गतिशीलता) दोनों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एक स्टडी के अनुसार, रोज़ाना 75 ग्राम अखरोट खाने से 12 सप्ताह में स्पर्म काउंट और शेप में सुधार देखा गया।

2. खजूर: हार्मोन बैलेंस का स्वाभाविक स्रोत

खजूर न सिर्फ ऊर्जा से भरपूर होते हैं, बल्कि इसमें मौजूद जिंक और अमीनो एसिड्स पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को संतुलित करते हैं। यह हार्मोन स्पर्म उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। दिन में 3-4 खजूर दूध के साथ लें यह मिश्रण ताकत और स्टैमिना दोनों बढ़ाता है।

3. कद्दू के बीज: जिंक और फर्टिलिटी बूस्टर

कद्दू के बीज में जिंक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो स्पर्म काउंट और टेस्टोस्टेरोन लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो प्रजनन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। रोजाना 1-2 चम्मच भुने हुए कद्दू के बीज सलाद या स्मूथी में मिलाकर खाएं।

4. केला: हार्मोन और ब्लड फ्लो का बैलेंसर

केले में मौजूद ब्रोमेलिन एंजाइम और विटामिन B ग्रुप पुरुषों में सेक्स हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। साथ ही, केला ऊर्जा और रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है, जिससे संपूर्ण प्रजनन तंत्र मजबूत होता है। सुबह के नाश्ते में एक पका हुआ केला ज़रूर शामिल करें।

यूपी में 4 नए पुलों से जुड़ेंगे 3 एक्सप्रेस-वे, लोगों को खुशखबरी!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था को नई दिशा देने की तैयारी जोरों पर है। गंगा और यमुना नदियों पर चार नए पुलों के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है, जिन्हें तीन प्रमुख एक्सप्रेस-वे से जोड़े जाने की योजना तैयार की जा रही है। यह परियोजना न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी।

बेहतर कनेक्टिविटी की ओर एक कदम

इन पुलों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर शासन को भेज दी है। प्रस्ताव के मुताबिक, जिन पुलों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, उनमें यमुना नदी पर करैलाबाग से मड़ौका के बीच बनने वाला फोरलेन पुल शामिल है, जिसे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इस पुल के बनने से चित्रकूट, बांदा, झांसी और मैहर जैसे शहरों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। खासतौर पर प्रयागराज के पुराने शहर क्षेत्रों जैसे कीडगंज, मुट्ठीगंज, मीरापुर और चौक के लोगों को अब ट्रैफिक से राहत मिलेगी और वे सीधे एक्सप्रेस-वे पर पहुंच सकेंगे।

रीवा एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ेगा नया पुल

इसके अलावा, नए यमुना पुल के समानांतर एक छह लेन का पुल बनने जा रहा है, जिसे रीवा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यह लिंक प्रयागराज से रीवा, सतना, सीधी और नागपुर जैसी जगहों की ओर जाने वालों के लिए बड़ी सुविधा प्रदान करेगा। इससे यात्रा में समय की बचत होगी और यातायात का दबाव भी कम होगा।

गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा ये पुल

गंगा नदी पर प्रस्तावित सलोरी से हेतापट्टी के बीच फोरलेन पुल को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की योजना है। इसके लिए एक विशेष लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस परियोजना की डीपीआर अक्टूबर तक तैयार होने की संभावना है। इन सभी योजनाओं से प्रदेश में लॉजिस्टिक्स, व्यापार और परिवहन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है।

निर्माण को लेकर तैयारियां पूरी

सरकार की ओर से इन चारों पुलों के निर्माण के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो नवंबर 2025 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। प्रशासन का दावा है कि यह काम तेजी से किया जाएगा ताकि समय पर पूरा हो सके।

यूपी में 'किसानों' के लिए बड़ी खुशखबरी, तुरंत उठाएं लाभ!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत राज्य में धान, बाजरा, ज्वार और मक्का जैसी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद शुरू कर दी गई है। यह कदम राज्य के लाखों किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य दिलाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है।

कहां और कब शुरू होगी खरीद?

1 अक्टूबर से धान की खरीद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में शुरू होगी। इसके बाद 1 नवंबर से लखनऊ, रायबरेली और उन्नाव जिलों में भी खरीद प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं बाजरा की खरीद 33 जिलों, मक्का की 25 जिलों, और ज्वार की 11 जिलों में की जाएगी।

किसानों को पंजीकरण अनिवार्य

सरकारी क्रय केंद्रों पर अपनी फसल बेचने के लिए किसानों को पहले से ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य किया गया है। अभी तक धान के लिए 23,347, बाजरा के लिए 2,081, ज्वार के लिए 390 और मक्का के लिए 252 किसानों ने पंजीकरण कराया है।

कैसे करें ऑनलाइन पंजीकरण?

किसान दो तरीकों से पंजीकरण कर सकते हैं: वेबसाइट के माध्यम से: fcs.up.gov.in, मोबाइल एप के जरिए: ‘यूपी किसान मित्र’ मोबाइल एप पर आसानी से पंजीकरण किया जा सकता है। अगर किसी किसान को पंजीकरण में किसी प्रकार की सहायता चाहिए, तो वह सरकार द्वारा जारी टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-1800-150 पर संपर्क कर सकता है।

प्रदेश में कितने केंद्र खुले हैं?

सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए इस वर्ष 3,025 क्रय केंद्र खोल दिए हैं, जो कि कुल निर्धारित 3,300 केंद्रों के करीब हैं। इन केंद्रों पर खरीद पूरी पारदर्शिता के साथ होगी, और किसानों को उनके उत्पाद का मूल्य सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाएगा।

बुधवार को ब्रह्म योग: 5 राशियों पर बरसेगी धन की बारिश!

धर्म डेस्क। इस सप्ताह बुधवार का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बेहद खास रहने वाला है। पंचांग के अनुसार, इस दिन ब्रह्म योग और शुभ तारा संयोग का दुर्लभ मिलन हो रहा है, जो पांच राशियों के लिए विशेष फलदायी सिद्ध हो सकता है। यह योग ना केवल आर्थिक लाभ देगा, बल्कि करियर, व्यापार और पारिवारिक जीवन में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा।

ब्रह्म योग को वैदिक ज्योतिष में एक शुभ और उन्नतिकारी योग माना जाता है। जब चंद्रमा और गुरु की स्थिति अनुकूल होती है, तब यह योग बनता है। इस योग में किया गया कार्य लंबे समय तक फलदायक रहता है और व्यक्ति को स्थायी लाभ प्राप्त होते हैं।

जानिए किन 5 राशियों पर मेहरबान रहेंगे ग्रह।

1. वृषभ राशि

बुधवार को बन रहा ब्रह्म योग वृषभ राशि के जातकों के लिए आर्थिक समृद्धि के संकेत दे रहा है। निवेश से लाभ मिलेगा और रुका हुआ पैसा भी वापस आने की संभावना है। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति का योग बन रहा है।

2. कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों को इस दिन धन के साथ-साथ मान-सम्मान भी प्राप्त हो सकता है। व्यापार में अचानक लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक मामलों में भी सुखद परिणाम मिल सकते हैं।

3. कन्या राशि

इस राशि के जातकों के लिए ब्रह्म योग सौभाग्यशाली रहेगा। कार्यस्थल पर सराहना मिलेगी, साथ ही नई जिम्मेदारियाँ भी मिल सकती हैं, जो भविष्य में लाभ का मार्ग खोलेंगी। किसी पुराने मित्र से आर्थिक मदद या अवसर मिल सकता है।

4. धनु राशि

धनु राशि के लिए यह दिन विशेष उपलब्धियाँ लेकर आ सकता है। यात्रा से लाभ होगा, साथ ही भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है। किसी महत्वपूर्ण सौदे में सफलता मिलने के संकेत हैं।

5. मीन राशि

मीन राशि के जातकों को पुराने निवेश से लाभ हो सकता है। शेयर बाजार या रियल एस्टेट में किया गया कोई फैसला फलदायक सिद्ध होगा। छात्रों और प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए भी दिन शुभ है।

बिहार में खुशखबरी! 10वीं-12वीं पास के लिए बंपर भर्ती

पटना। बिहार के युवाओं के लिए सरकारी नौकरी पाने का इंतजार अब खत्म हुआ है। राज्य सरकार ने दो बड़ी भर्तियों की घोषणा कर दी है, जिनमें 10वीं और 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए कुल 7,855 पदों पर भर्ती निकाली गई है। यह मौका उन हजारों युवाओं के लिए खुशखबरी लेकर आया है, जो लंबे समय से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे।

CSBC में कांस्टेबल के 4,128 पद

बिहार केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) CSBC ने कांस्टेबल के 4,128 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। यह भर्ती 12वीं पास युवाओं के लिए है, जो पुलिस विभाग में सेवा देना चाहते हैं। यह भर्ती न केवल युवाओं को रोजगार देगी, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में भी एक अहम कदम साबित होगी।

ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत: 6 अक्टूबर 2025

ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 5 नवंबर 2025

योग्यता: 12वीं पास (किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से)

आवेदन के लिए वेबसाइट: csbc.bihar.gov.in

BSSC में ऑफिस अटेंडेंट के 3,727 पद

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) ने ऑफिस अटेंडेंट के 3,727 पदों पर भर्ती का ऐलान किया है। इसमें 10वीं पास उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। यह भर्ती उन छात्रों और युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है, जो कम योग्यता में भी सरकारी नौकरी की तलाश में हैं।

ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत: 25 अगस्त 2025

ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 14 अक्टूबर 2025

योग्यता: 10वीं पास(किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से)

आवेदन के लिए वेबसाइट: bssc.bihar.gov.in

उम्मीदवारों के लिए जरूरी निर्देश

आवेदन केवल ऑनलाइन मोड में ही स्वीकार किए जाएंगे। उम्मीदवार आवेदन करने से पहले आवश्यक दस्तावेजों और फोटो/हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी तैयार रखें। शुल्क भुगतान समय सीमा के भीतर करना आवश्यक होगा, अन्यथा आवेदन निरस्त हो सकता है। आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइटों पर नजर बनाए रखें।

यूपी में स्कूलों की टाइमिंग बदली, 3 अक्टूबर से लागू!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों और शिक्षकों के लिए नया अपडेट सामने आया है। प्रदेश सरकार ने 3 अक्तूबर 2025 से स्कूलों की समयसारणी में बदलाव करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव मौसम और त्योहारों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिसका असर माध्यमिक व परिषदीय दोनों तरह के स्कूलों पर पड़ेगा।

त्योहारों के बाद लागू होगा नया समय

1 और 2 अक्तूबर को महानवमी और विजयदशमी के उपलक्ष्य में सभी स्कूलों में अवकाश रहेगा। इसी के चलते नया समय 3 अक्तूबर (गुरुवार) से लागू किया जाएगा।

माध्यमिक विद्यालयों की नई समयसारणी

अब तक प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में कक्षाएं सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक संचालित हो रही थीं। लेकिन 3 अक्तूबर से यह समय बदलकर सुबह 9:30 से दोपहर 3:30 तक कर दिया गया है। इससे विद्यार्थियों को सुबह जल्दी उठने की परेशानी से राहत मिलेगी और ठंड के मौसम को देखते हुए यह समय ज्यादा अनुकूल माना जा रहा है।

परिषदीय विद्यालयों में भी बदलाव

परिषदीय (प्राइमरी और अपर प्राइमरी) स्कूलों में अब तक पढ़ाई का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक था। 3 अक्तूबर से यह समय सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस बदलाव से छोटे बच्चों को सुबह के समय स्कूल जाने में सुविधा होगी, खासकर जब सर्दी की शुरुआत हो रही है और दिन देर से शुरू होने लगा है।

छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के लिए राहत

स्कूल समय में बदलाव को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में राहत की भावना देखी जा रही है। कई अभिभावकों का कहना है कि सुबह जल्दी बच्चों को उठाकर स्कूल भेजना चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर त्योहारों और बदलते मौसम के दौरान। नए समय से बच्चों की नींद पूरी होगी और वे तरोताजा होकर स्कूल जा सकेंगे।

बुधवार को शुभ योग: इन 4 राशियों के ग्रह-दोष होंगे खत्म

धर्म डेस्क। यह बुधवार आपके लिए खास होने वाला है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, इस दिन ग्रहों की शुभ स्थितियां चार राशियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होंगी। बुध और अन्य ग्रहों के संयोग से इन राशियों के ग्रह-दोष समाप्त होंगे, जिससे जीवन में कई बाधाएं दूर होंगी और खुशहाली बढ़ेगी।

शुभ योग का महत्व

बुधवार का दिन भारतीय ज्योतिष में बुध ग्रह के प्रभाव वाला माना जाता है। बुध ग्रह बुधार्ता, बुद्धि, वाणी और व्यापार का कारक होता है। जब बुध ग्रह शुभ योग में होता है तो जातकों के जीवन में सौभाग्य, सफलता और आर्थिक उन्नति के मार्ग खुलते हैं। इस बुधवार बनने वाला योग चार राशियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद रहेगा।

किन राशियों के ग्रह-दोष होंगे दूर?

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के जीवन में लंबे समय से मौजूद ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव इस बुधवार समाप्त होंगे। आर्थिक लाभ, कार्यक्षेत्र में सफलता और पारिवारिक सुख-शांति का वातावरण बनेगा।

कन्या राशि

कन्या राशि के लिए यह समय नये अवसरों और खुशियों का संकेत है। लंबे समय से चली आ रही परेशानियां खत्म होंगी और स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के ग्रह दोष इस दिन दूर होंगे। व्यापार और नौकरी में लाभ होगा, साथ ही सामाजिक सम्मान बढ़ेगा।

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुधवार का दिन भाग्यशाली रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति आएगी, निवेश लाभकारी सिद्ध होगा और रुका हुआ धन वापस मिलेगा।

बुधवार का जादू: इन 3 राशियों पर बरसेगा भाग्य का सौगात!

धर्म डेस्क। इस बुधवार का दिन आपके लिए खुशियों और सफलताओं से भरा रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन ग्रहों की स्थिति तीन खास राशियों पर अत्यंत शुभ प्रभाव डालने वाली है। इन राशियों के जातकों के लिए आने वाला समय न केवल भाग्यशाली होगा, बल्कि उनके जीवन के तमाम उलझनों और परेशानियों का समाधान भी मिलेगा।

बुधवार का महत्व और शुभ योग

बुधवार को बुध ग्रह का दिन माना जाता है, जो बुद्धि, व्यापार, संचार और शिक्षा से जुड़ा है। जब बुध ग्रह शुभ प्रभाव डालता है, तो जातकों के मन में सकारात्मकता आती है, उनके कार्य सफल होते हैं और आर्थिक प्रगति के नए द्वार खुलते हैं। इस बुधवार का योग खासतौर पर तीन राशियों के लिए भाग्यशाली सिद्ध होगा।

कौन सी हैं वो 3 राशियां?

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय शुभ समाचार लेकर आएगा। लंबे समय से रुकी हुई योजनाएं सफल होंगी और आर्थिक लाभ मिलेगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।

तुला राशि: तुला राशि वाले अपने करियर और संबंधों में प्रगति देखेंगे। नौकरी या व्यवसाय में नई ऊंचाइयों को छूने का मौका मिलेगा। पुराने विवाद सुलझेंगे और मन प्रसन्न रहेगा।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए बुधवार विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। स्वास्थ्य ठीक होगा और नई ऊर्जा का संचार होगा। साथ ही, शिक्षा और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में भी सफलता हासिल होगी।

शुभ उपाय और सलाह

बुधवार के दिन सुबह जल्दी उठकर हरे रंग के वस्त्र पहनें, इससे बुध ग्रह की कृपा बढ़ती है। भगवान गणेश और सरस्वती की पूजा करें और बुध मंत्र का जाप करें। दान-पुण्य में हरा मूंग, हरी सब्जियां या हरा कपड़ा दान करना शुभ होता है। सकारात्मक सोच रखें और नए कार्यों की शुरुआत के लिए इस दिन को चुनें।

8वें वेतन आयोग: ₹18,000 और ₹19,900 वालों की नई सैलरी क्या होगी?

नई दिल्ली। सरकारी कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी से जुड़ी हर खबर लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। 7वें वेतन आयोग के बाद अब 8वें वेतन आयोग की चर्चा जोरों पर है। इस बार भी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ोतरी का फैसला मुख्य रूप से ‘फिटमेंट फैक्टर’ पर निर्भर करेगा, जो मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा कर नई बेसिक सैलरी तय करता है।

फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?

फिटमेंट फैक्टर यानी एक ऐसा मल्टीप्लायर, जो आपके मौजूदा बेसिक पे को गुणा कर नई सैलरी निर्धारित करता है। उदाहरण के तौर पर, 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था। इसी वजह से न्यूनतम बेसिक सैलरी ₹7,000 से सीधे ₹18,000 तक बढ़ गई थी। अब 8वें वेतन आयोग में इस फैक्टर के आधार पर वेतन वृद्धि तय होगी।

8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कितना?

अभी तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय में फिटमेंट फैक्टर 1.92 से लेकर 2.86 के बीच हो सकता है। हालांकि, पुरानी परंपराओं और मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए 1.92 फिटमेंट फैक्टर सबसे यथार्थवादी माना जा रहा है।

उदाहरण: ₹18,000 और ₹19,900 बेसिक सैलरी वालों की नई सैलरी

Level 1, बेसिक पे ₹18,000, 1.92 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹34,560, 2.08 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹37,440, 2.86 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹51,480

Level 2, बेसिक पे ₹19,900, 1.92 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹38,208, 2.08 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹41,392, 2.86 फिटमेंट फैक्टर (अनुमानित) पर ₹56,914

इस टेबल से साफ है कि यदि 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो ₹18,000 वाले की बेसिक सैलरी ₹34,560 तक बढ़ जाएगी, जबकि ₹19,900 बेसिक वाले का वेतन ₹38,208 तक होगा। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक चला गया, तो यह सैलरी और भी ज्यादा बढ़ेगी।

सरकार कब करेगी आधिकारिक घोषणा?

आर्थिक हालात और बजट से जुड़े कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने का निर्णय ले सकती है। कर्मचारियों की उम्मीदें इस बार भी बड़ी हैं, क्योंकि महंगाई और बढ़ते जीवन यापन खर्च को देखते हुए वेतन वृद्धि की जरूरत स्पष्ट है।

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट: सरकार ने दी खुशखबरी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को एक बड़ी राहत देते हुए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में शामिल होने की समयसीमा को दो महीने और बढ़ा दिया है। अब जो कर्मचारी इस स्कीम को अपनाना चाहते हैं, वे 30 नवंबर 2025 तक अपना विकल्प चुन सकते हैं। इससे पहले अंतिम तारीख 30 सितंबर तय की गई थी।

यह फैसला कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों द्वारा समयसीमा बढ़ाने की मांग के बाद लिया गया है। कर्मचारी संगठनों ने कैबिनेट सचिव को पत्र लिखकर कहा था कि बड़ी संख्या में कर्मचारी अब भी स्कीम से जुड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन उन्हें प्रक्रिया पूरी करने के लिए अधिक समय चाहिए।

कम भागीदारी बनी चिंता का विषय

देशभर में केंद्र सरकार के करीब 23 लाख कर्मचारी हैं, लेकिन अब तक केवल 1 लाख कर्मचारियों ने ही यूनिफाइड पेंशन स्कीम का विकल्प चुना है। इतनी कम भागीदारी ने सरकार को चिंतित कर दिया था और इसी के मद्देनजर शीर्ष स्तर पर पुनर्विचार किया गया। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय कर्मचारियों की सुविधा और स्कीम में उनकी भागीदारी बढ़ाने के इरादे से लिया गया है।

क्या है यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS)?

UPS एक नई पेंशन योजना है, जिसे सरकार ने 1 अप्रैल 2025 से लागू किया है। इसका उद्देश्य नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) और पुरानी पेंशन योजना (OPS) के बीच संतुलन बनाना है। UPS में NPS की तरह निवेश का अवसर मिलता है, लेकिन साथ ही कुछ गारंटीड लाभ भी जोड़े गए हैं, ताकि कर्मचारियों को भविष्य की वित्तीय सुरक्षा मिल सके।

क्यों हो रही थी देरी?

कई कर्मचारी UPS में शामिल होने से हिचकिचा रहे थे। इसकी प्रमुख वजहें थीं: 25 साल की सेवा की अनिवार्यता, योग्य परिवार सदस्यों की सख्त परिभाषा, पेंशन लाभ को लेकर अस्पष्टता। इन्हीं मुद्दों के चलते सरकार ने अगस्त 2025 में UPS नियमों में कुछ अहम बदलाव किए।

क्या हुए हैं प्रमुख बदलाव?

सेवा की अनिवार्यता घटाई गई, अब कर्मचारियों को UPS के पूर्ण लाभ के लिए 25 की बजाय 20 साल की सेवा पूरी करनी होगी। विकलांगता या मृत्यु की स्थिति में बेहतर सुरक्षा, अगर कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है या उसे विकलांगता हो जाती है, तो उसके परिजनों को बेहतर वित्तीय लाभ मिलेंगे। इन बदलावों से खासकर अर्धसैनिक बलों के जवानों को बड़ी राहत मिलेगी, जो अक्सर समय से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लेते हैं।

अब क्या करें कर्मचारी?

सरकार ने अब साफ कर दिया है कि 30 नवंबर 2025 तक सभी पात्र कर्मचारी UPS को अपनाने का विकल्प चुन सकते हैं। यह अंतिम अवसर हो सकता है, इसलिए जिन कर्मचारियों ने अभी तक निर्णय नहीं लिया है, उन्हें जल्द ही सभी तथ्यों का मूल्यांकन कर विकल्प चुनना चाहिए।

रूस से ये 5 हथियार खरीद सकता है भारत: चीन सन्न!

नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग दशकों पुराना और रणनीतिक रूप से बेहद मजबूत रहा है। जहां दुनिया के कई देश रूस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं, वहीं भारत ने रक्षा हितों को प्राथमिकता देते हुए मॉस्को के साथ संबंधों को बरकरार रखा है। मौजूदा वैश्विक हालात और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत अब रूस से कुछ बेहद आधुनिक और घातक हथियार प्रणालियों की खरीद पर गंभीरता से विचार कर रहा है।

1. वोरोनिश रडार

भारत, रूस की वोरोनिश रडार प्रणाली को हासिल करने के लिए वार्ता कर रहा है। यह एक अडवांस्ड ओवर-द-होराइजन रडार है जिसकी रेंज 8000 किलोमीटर से अधिक बताई जा रही है। इस रडार के चित्रदुर्ग (कर्नाटक) में तैनाती की योजना है। यह सिस्टम दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों, स्टील्थ विमानों और हाइपरसोनिक हथियारों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख सकेगा। चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों की ओर से आने वाले खतरे के खिलाफ यह रडार भारत की रणनीतिक प्रतिरक्षा क्षमता को कई गुना मजबूत कर सकता है।

2. R-37M मिसाइल

भारतीय वायुसेना ने अपने Su-30MKI बेड़े को और भी ताकतवर बनाने के लिए R-37M हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल में गहरी रुचि दिखाई है। यह मिसाइल 400 किमी तक की मारक क्षमता और हाइपरसोनिक गति से उड़ान भर सकती है। इसका उपयोग दुश्मन के AWACS, टैंकर और अन्य हाई-वैल्यू टार्गेट्स को दूर से ही निष्क्रिय करने के लिए किया जा सकता है। रूस ने इस मिसाइल के स्थानीय निर्माण का प्रस्ताव भी भारत को दिया है। 

3. जिरकोन मिसाइल

भारत रूस की अत्याधुनिक जिरकोन हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल की तकनीक को हासिल करने की दिशा में बातचीत कर रहा है। यह मिसाइल 8 से 9 मैक की गति से उड़ने में सक्षम है और इसकी मारक दूरी लगभग 1000 किलोमीटर है। भारत पहले से ही ब्रह्मोस-II जैसी अगली पीढ़ी की मिसाइल पर काम कर रहा है, लेकिन जिरकोन तकनीक से इसमें बड़ी छलांग लग सकती है।

4. चक्र-III पनडुब्बी

भारत और रूस के बीच परमाणु पनडुब्बियों की लीज पर डील का लंबा इतिहास है। भारत ने पहले भी अकुला क्लास की पनडुब्बियों को INS चक्र के नाम से इस्तेमाल किया है। अब भारत तीसरी पनडुब्बी को INS चक्र-III नाम से लीज पर लेने की प्रक्रिया में है। हालांकि डिलीवरी में कुछ देरी आई है, लेकिन यह पनडुब्बी भारत की अंडरवॉटर न्यूक्लियर डिटरेंस को मजबूत करेगी। इस पनडुब्बी की तैनाती हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की निगरानी और जवाबी कार्रवाई की क्षमता को और प्रभावशाली बनाएगी।

5. S-500 मिसाइल सिस्टम

S-400 की सफल तैनाती के बाद भारत अब S-500 ट्रायमफेटर-एम मिसाइल डिफेंस सिस्टम में दिलचस्पी दिखा रहा है। यह सिस्टम न केवल हवा से आने वाले खतरों को बल्कि बैलिस्टिक मिसाइलों और हाइपरसोनिक हथियारों को भी इंटरसेप्ट करने में सक्षम है। इसकी तैनाती से भारत की वायु सुरक्षा को अभूतपूर्व मजबूती मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिस्टम ए-135 और S-400 का उन्नत संस्करण है और आने वाले दशकों के लिए एक गेमचेंजर साबित हो सकता है।

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में हलचल: यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका

नई दिल्ली। देश के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ही समुद्री क्षेत्रों में बन रहे कम दबाव के क्षेत्रों ने मौसम विभाग और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी भारत के कई राज्यों में भारी बारिश, तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

अरब सागर से उठा खतरा

गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र फिलहाल सक्रिय है और अगले 12 घंटों में इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़कर डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है। IMD का कहना है कि यह सिस्टम उत्तर-पूर्वी अरब सागर में प्रवेश करेगा और 3 अक्टूबर तक गुजरात के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की स्थिति बना सकता है।

बंगाल की खाड़ी में बना दबाव, यूपी-बिहार पर असर

बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम पूर्वी भारत को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 2 से 4 अक्टूबर के बीच बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। इससे न केवल तापमान में गिरावट आएगी, बल्कि जलभराव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।

उत्तर भारत में बारिश की वापसी: यूपी और बिहार को राहत

गर्मी और उमस से बेहाल उत्तर प्रदेश में अब बारिश से राहत मिलने के संकेत हैं। 1 अक्टूबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों जैसे मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। वहीं पूर्वी यूपी में बारिश का दौर 4-5 अक्टूबर के बीच शुरू होने के आसार हैं।

बिहार के लिए भी राहत की खबर है। फिलहाल अगले 48 घंटों तक गर्मी बरकरार रह सकती है, लेकिन 2-3 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश की शुरुआत होगी और 3 से 5 अक्टूबर के बीच कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

रूस ने फिर भारत का दिया साथ: अमेरिका पर बोला हमला!

नई दिल्ली। रूस और भारत के ऐतिहासिक और गहरे संबंध एक बार फिर वैश्विक मंच पर मजबूती से उभरे हैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के फैसले का खुलकर समर्थन करते हुए अमेरिका पर तीखा हमला बोला है। उनका यह बयान सिर्फ एक कूटनीतिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि भारत-रूस के मजबूत होते रणनीतिक रिश्तों की पुष्टि है।

तेल खरीद पर अमेरिका की नाराज़गी

यूक्रेन युद्ध के चलते अमेरिका और पश्चिमी देशों ने रूस पर व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों के तहत उन्होंने कई देशों पर दबाव बनाया कि वे रूस के साथ व्यापारिक संबंधों में कटौती करें, खासकर तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में। भारत द्वारा रूस से रियायती दर पर तेल खरीद जारी रखने को लेकर अमेरिका ने कई बार अप्रत्यक्ष रूप से आपत्ति जताई है।

लावरोव का भारत के पक्ष में स्पष्ट संदेश

रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने साफ कहा कि भारत अपनी विदेश नीति खुद तय करता है और अमेरिका को यह अधिकार नहीं कि वह भारत को बताए कि किस देश से व्यापार किया जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापारिक फैसले द्विपक्षीय होते हैं और इसमें किसी तीसरे देश का हस्तक्षेप अस्वीकार्य है।

भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की प्रशंसा

लावरोव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए इसे "राष्ट्रीय गर्व" और "स्वाभिमान" से जुड़ा बताया। उन्होंने यह भी दोहराया कि रूस भारत की स्वतंत्र विदेश नीति का हमेशा सम्मान करता आया है और आगे भी करता रहेगा।

भारत दौरे की तैयारी में लावरोव

दिसंबर में होने वाले भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन से पहले लावरोव भारत आने की योजना बना रहे हैं। यह यात्रा न सिर्फ दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय संवाद को आगे बढ़ाएगी, बल्कि वैश्विक राजनीति में बन रहे नए ध्रुवों के बीच भारत-रूस के रिश्तों को फिर से केंद्र में ला सकती है।

मर्दों की ताकत के 2 सुपर 'विटामिन'! कौन से हैं?

हेल्थ डेस्क। पुरुषों की दिनचर्या अक्सर भागदौड़, तनाव और ज़िम्मेदारियों से भरी होती है। ऐसे में फिटनेस, मानसिक ताकत और रोगों से लड़ने की क्षमता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन जाती है। कई बार थकावट, मांसपेशियों में दर्द, कमज़ोरी या मानसिक तनाव के पीछे विटामिन्स की कमी होती है। खासकर दो जरूरी विटामिन्स की, जो पुरुषों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम माने जाते हैं।

1. विटामिन D: हड्डियों से लेकर हार्मोन तक का रखवाला

विटामिन D को आमतौर पर 'सनशाइन विटामिन' कहा जाता है। यह हड्डियों की मजबूती के साथ-साथ टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) के स्तर को संतुलित बनाए रखने में भी मदद करता है। रिसर्च बताती है कि विटामिन D की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, थकावट और कम टेस्टोस्टेरोन की समस्या हो सकती है।

कहां से मिलेगा?

सुबह की धूप (10–15 मिनट रोज), अंडे की ज़र्दी, मशरूम, मछली (साल्मन, टूना), विटामिन D फोर्टिफाइड दूध व सीरियल में विटामिन डी की मात्रा भरपूर होती हैं।

2. विटामिन B12: एनर्जी और ब्रेन पॉवर का इंजन

विटामिन B12 पुरुषों की ऊर्जा, दिमागी तेज़ी और ब्लड सर्कुलेशन के लिए बेहद अहम है। इसकी कमी से सुस्ती, भूलने की बीमारी, चक्कर और यहां तक कि डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। B12 लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में भी मदद करता है, जो शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती हैं।

कहां से मिलेगा?

दूध, दही और पनीर, मांस, मछली, अंडे, विटामिन B12 सप्लीमेंट (विशेष रूप से शाकाहारी पुरुषों के लिए), फोर्टिफाइड सोया या प्लांट-बेस्ड दूध। 

डॉक्टर क्या कहते हैं?

डॉक्टर्स के मुताबिक, पुरुषों को साल में कम से कम एक बार विटामिन D और B12 की जांच करानी चाहिए। दोनों विटामिन्स की कमी को समय रहते पूरा कर लिया जाए, तो न सिर्फ फिजिकल स्ट्रेंथ बढ़ती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और जीवनशैली में भी बड़ा सुधार आता है।

यंग पुरुषों के लिए सुबह का पावर पैक: ये 4 चीजें जरूर खाएं!

हेल्थ डेस्क। स्वस्थ और ऊर्जावान दिन की शुरुआत होती है सही नाश्ते से। खासकर युवा पुरुषों के लिए, जो अपनी दिनचर्या में शारीरिक फिटनेस और मानसिक चुस्ती बनाए रखना चाहते हैं, सुबह का नाश्ता बेहद महत्वपूर्ण होता है। शरीर को पोषण देने के लिए रोज़ाना कुछ खास खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

1. अंकुरित मुंग

अंकुरित मुंग प्रोटीन, विटामिन C, और फाइबर से भरपूर होता है। यह शरीर को जरूरी पोषक तत्वों के साथ-साथ ऊर्जा भी प्रदान करता है। अंकुरित मुंग में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है।

2. अंकुरित चना

अंकुरित चना में प्रोटीन, आयरन, और फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है। यह मांसपेशियों के निर्माण और मेटाबोलिज्म के लिए जरूरी होता है। साथ ही, अंकुरित चना शरीर में ऊर्जा का स्तर बनाए रखता है और लंबे समय तक भूख को नियंत्रित करता है, जिससे वजन प्रबंधन में मदद मिलती है।

3. एक केला

केला पोटैशियम, विटामिन B6, और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। यह मांसपेशियों को ताकत देता है और मानसिक तनाव को कम करता है। सुबह केला खाने से दिमाग को ऊर्जा मिलती है और शरीर तरोताजा महसूस करता है। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।

4. एक सेब 

सेब में फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराता है। सेब खाने से वजन नियंत्रित रहता है और त्वचा भी स्वस्थ दिखती है।

क्यों ये 4 चीजें खास हैं?

इन चारों चीजों का संयोजन शरीर को प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा देता है। यह न केवल दिन भर ऊर्जा बनाए रखता है, बल्कि मानसिक सतर्कता और शारीरिक ताकत भी बढ़ाता है। खासकर युवा पुरुषों के लिए, जो पढ़ाई, काम या खेल में एक्टिव रहते हैं, ये चीजें सुबह नाश्ते में शामिल करना सेहत की दिशा में एक स्मार्ट कदम है।

केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी सौगात, अब 30 दिन का बोनस!

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को एक खास तोहफा दिया है। सरकार ने ग्रुप सी और गैर-राजपत्रित ग्रुप बी के कर्मचारियों के लिए 30 दिन की सैलरी के बराबर प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) देने का फैसला किया है। यह बोनस 2024-25 के लिए निर्धारित किया गया है और इसकी राशि 6,908 रुपये तय की गई है। यह बोनस कर्मचारियों को उनकी मेहनत का उचित इनाम देने के साथ-साथ त्योहारों के दौरान आर्थिक सहायता भी प्रदान करेगा।

किसे मिलेगा बोनस?

फाइनेंस मंत्रालय की जारी जानकारी के अनुसार, यह बोनस उन कर्मचारियों को मिलेगा जिन्होंने 31 मार्च 2025 तक कम से कम छह महीने सेवा की हो। यदि कोई कर्मचारी पूरे वर्ष सेवा में नहीं रहा है, तो उसे प्रो-राटा आधार पर बोनस मिलेगा, यानी सेवा के महीनों के अनुसार राशि कम या ज्यादा होगी। बोनस की रकम निकटतम रुपये तक राउंड ऑफ की जाएगी।

लाभार्थियों की विस्तृत श्रेणी

यह बोनस केवल केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों तक सीमित नहीं है। केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CAPF) और सशस्त्र बलों के पात्र कर्मचारी भी इसका लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा, जो कर्मचारी केंद्र सरकार के पे स्ट्रक्चर पर हैं लेकिन किसी अन्य बोनस या एक्स-ग्रेशिया के हकदार नहीं हैं, वे भी इस योजना का हिस्सा होंगे। सरकार ने अस्थायी कर्मचारियों को भी इस योजना में शामिल किया है। एड-हॉक कर्मचारियों को बशर्ते उनकी सेवा में कोई व्यवधान न हो, बोनस दिया जाएगा। साथ ही, वे कैजुअल लेबरर्स जिन्हें पिछले तीन सालों में काम के लिए आवश्यक दिन पूरे हुए हैं, वे भी 1,184 रुपये के बोनस के हकदार होंगे।

रिटायर, इस्तीफा देने वाले और निधन हुए कर्मचारियों की स्थिति

जो कर्मचारी 31 मार्च 2025 से पहले रिटायर हो चुके हैं, इस्तीफा दे चुके हैं या जिनका निधन हो गया है, उनमें से केवल वही कर्मचारी इस बोनस के पात्र होंगे जिन्होंने कम से कम छह महीने सेवा की हो। जिनकी सेवा छह महीने से कम है, वे इस योजना के बाहर रहेंगे। डेप्युटेशन पर अन्य संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों को बोनस उनकी वर्तमान संस्था से प्राप्त होगा।