पहले चरण में 443 शिक्षकों को मिलेगी नियमितता
बेसिक शिक्षा विभाग ने बताया कि पहले चरण में 61 जिलों में कार्यरत 443 विशेष शिक्षकों का चयन कर उनके अभिलेखों और योग्यता की जांच की जाएगी। आवश्यक दस्तावेजों के सत्यापन के बाद योग्य पाए जाने वाले शिक्षकों को नियमित पद पर नियुक्त किया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया न्यायसंगत और पारदर्शी तरीके से पूरी की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई प्रक्रिया
दिव्यांग बच्चों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में यह प्रक्रिया शुरू की गई है। विभाग ने पहले ही राज्य में 5352 विशेष शिक्षक पदों को चिह्नित किया था। योजना के अनुसार, पहले से कार्यरत योग्य शिक्षकों को नियमित किया जाएगा और शेष रिक्त पदों पर नई भर्ती की जाएगी।
निदेशक ने दिए स्पष्ट निर्देश
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि केवल वे ही शिक्षक नियमित किए जाएंगे जिनके पास टीईटी, सीटीईटी और आरसीआई से मान्यता प्राप्त योग्यता है। इसके लिए शिक्षकों को अपने सभी प्रमाणपत्रों और दस्तावेजों के साथ राज्य आयुक्त दिव्यांगजन कार्यालय, लखनऊ में सुबह 10 बजे उपस्थित होना होगा। यह प्रक्रिया 31 अक्तूबर से शुरू होकर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला और मंडलवार चलेगी।
दिव्यांग शिक्षा को नई दिशा
इस निर्णय से न केवल हजारों विशेष शिक्षकों को स्थायी रोजगार का अवसर मिलेगा, बल्कि दिव्यांग बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। नियमित शिक्षकों के माध्यम से इन बच्चों को स्थायी सहयोग, बेहतर मार्गदर्शन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण वातावरण मिलेगा।

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