विकास का नया ट्रैक
इस परियोजना की घोषणा सितंबर 2022 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने की थी। लंबे समय से टेंडर प्रक्रिया के बाद जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स को निर्माण का कार्य सौंपा गया है। अनुमान है कि इस साल के अंत तक निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी। करीब 4,613 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे आगरा, धौलपुर और मुरैना के अनेक गांवों से होकर गुजरेगा, जिसमें आगरा के 14, धौलपुर के 30 और मुरैना के कई गांव शामिल हैं।
संरचना और विशेषताएं
एक्सप्रेस-वे में आठ बड़े पुल, 23 छोटे पुल, 6 फ्लाईओवर, एक रेल ओवर ब्रिज और लगभग 192 पुलिया बनाई जाएंगी। चूंकि इसका एक हिस्सा राष्ट्रीय चंबल वन्यजीव अभयारण्य से होकर निकलेगा, इसलिए पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। चंबल नदी पर एक केबल स्टे ब्रिज, ध्वनि अवरोधक दीवारें और लाइट कटर तकनीक का उपयोग किया जाएगा ताकि वन्यजीवों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
नई टाउनशिप और औद्योगिक योजनाएं
एक्सप्रेस-वे के साथ ककुआ और भांडई क्षेत्र में आगरा विकास प्राधिकरण की नई आवासीय परियोजना अटलपुरम टाउनशिप विकसित की जा रही है। करीब 138 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली यह योजना 4,000 से अधिक आवासीय भूखंडों, भवनों और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगी। इसके अतिरिक्त, आगरा में 1,058 एकड़ में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (IMC) विकसित किया जा रहा है, जिसे अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। साथ ही 150 हेक्टेयर क्षेत्र में डिफेंस कॉरिडोर की प्रक्रिया भी प्रगति पर है, जिससे स्थानीय स्तर पर भारी रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इसको लेकर भविष्य की रूपरेखा क्या है?
भविष्य में इस एक्सप्रेस-वे को झांसी तक विस्तारित करने की भी योजना है। वहीं यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे 10,000 हेक्टेयर में “न्यू आगरा” बसाने की तैयारी चल रही है। आगरा विकास प्राधिकरण ग्रेटर आगरा, इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, मेडिसिटी और इंडस्ट्रियल क्लस्टर जैसी परियोजनाओं पर भी कार्य कर रहा है।

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