परियोजना की आवश्यकता
भोजीपुरा जंक्शन उत्तराखंड और लखनऊ-मैलानी-पीलीभीत रेल प्रखंड के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। उत्तराखंड में काठगोदाम, हल्द्वानी और काशीपुर से आने वाली ट्रेनें और लखनऊ-सीतापुर-लखीमपुर-पीलीभीत रूट की गाड़ियां इसी मार्ग से गुजरती हैं। वर्तमान में इस लाइन पर यातायात का दबाव अधिक है, जिससे कई बार गाड़ियों को उन स्टेशनों पर रोकना पड़ता है, जहां ठहराव निर्धारित नहीं है। आने वाले समय में इस मार्ग पर गाड़ियों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
दोहरीकरण का विस्तार
पूर्वोत्तर रेलवे ने भोजीपुरा से इज्जतनगर होते हुए बरेली सिटी तक लगभग 18.26 किमी लंबी रेललाइन का दोहरीकरण करने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर में लगभग 135 करोड़ रुपये का प्रारंभिक अनुमान लगाया गया है। हालांकि, कुछ अतिरिक्त कार्यों के शामिल होने के कारण कुल लागत बढ़ सकती है। दोहरीकरण के बाद कई स्थानों पर नई पुलिया और ब्रिज का निर्माण किया जा सकता है। इससे न केवल यातायात सुचारू होगा, बल्कि इस मार्ग से गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या और गति भी बढ़ेगी।
मंजूरी की प्रक्रिया
रेल अधिकारियों के अनुसार, परियोजना को रेलवे बोर्ड से अंतिम मंजूरी मिलनी बाकी है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बोर्ड के सामने कई बार पैरवी की है और कुछ बिंदुओं पर अतिरिक्त रिपोर्ट मांगी गई है। एक बार अनुमोदन मिलने के बाद, कार्य तुरंत शुरू कर दिया जाएगा।
भविष्य में लाभ
दोहरीकरण से यात्रियों को बेहतर और तेज़ सेवा मिलेगी। इससे लखनऊ-मैलानी-पीलीभीत और उत्तराखंड की गाड़ियों के संचालन में व्यवधान कम होगा। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के यातायात को सुव्यवस्थित करने और समय की बचत करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

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