छोटे और अति लघु किसानों को मिली विशेष प्राथमिकता
नई नीति में छोटे किसानों (81 क्विंटल सट्टा धारक) के लिए पेड़ी गन्ने की पर्चियों का आवंटन एक से तीन पक्षों में और पौधा गन्ने की पर्चियों का आवंटन सात से नौ पक्षों में किया जाएगा। इससे प्रदेश के लगभग 13.12 लाख छोटे किसान लाभान्वित होंगे। वहीं, अति लघु किसानों (36 क्विंटल या चार पर्ची धारक) और लघु महिला किसानों (81 क्विंटल या नौ पर्ची धारक) को अब पेड़ी और पौधा गन्ने के अनुपात 52:48 से मुक्त कर दिया गया है। इन्हें शत-प्रतिशत पेड़ी गन्ने की पर्चियां प्रारंभिक पक्षों में मिलेंगी। इसका सीधा लाभ 3.75 लाख अति लघु किसानों और 6268 महिला किसानों को मिलेगा।
नए समिति सदस्यों को भी लाभ
गन्ना समिति में हर वर्ष लगभग दो लाख नए सदस्य शामिल होते हैं। पहली बार इन नए किसानों को विशेष रूप से लाभान्वित करने की योजना बनाई गई है। उन्हें संबंधित चीनी मिल की औसत गन्ना आपूर्ति या जिले की गन्ना उत्पादकता का 70 प्रतिशत जो भी अधिक हो उस सीमा तक सट्टा दिया जाएगा।
यांत्रिक हार्वेस्टिंग को बढ़ावा
कृषि कार्य में श्रमिकों की कमी को देखते हुए, पहली बार यांत्रिक हार्वेस्टिंग को अपनाने वाले किसानों को ‘पारिवारिक कैलेंडर’ की सुविधा दी जाएगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि गन्ने की कटाई भी व्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से की जा सकेगी।
पिछली आपूर्ति के आधार पर कोटा निर्धारण
वे किसान जो केवल पेराई सत्र 2024-25 में ही गन्ना आपूर्ति कर पाए थे, उनके कोटे का निर्धारण अब उस वर्ष की आपूर्ति या औसत के आधार पर किया जाएगा, जो अधिक होगा। यह प्रावधान किसानों को न्यायसंगत कोटा मिलने की गारंटी देता है।
गन्ना किस्म को.15023 को अगेती श्रेणी में स्थान
गन्ना शोध परिषद द्वारा विकसित नई किस्म को.15023 को अगेती संवर्ग में रखा गया है। इसकी शीघ्र परिपक्वता को देखते हुए पेड़ी गन्ने की पर्चियां एक से दो पक्षों में और पौधा गन्ने की पर्चियां सात से आठ पक्षों में जारी होंगी। इससे लगभग 3.66 लाख किसानों को लाभ मिलने की संभावना है, साथ ही चीनी मिलों को भी उच्च रिकवरी रेट का लाभ मिलेगा।
बड़े किसानों के लिए भी की गई व्यवस्था
बड़े किसानों, खासतौर से वे जिनके पास 2500 क्विंटल या उससे अधिक बेसिक सट्टा है, को एक कॉलम में अधिकतम आठ पर्चियां जारी की जाएंगी। इससे उनके लिए योजना बनाना और गन्ना आपूर्ति करना अधिक सहज होगा।
.png)
0 comments:
Post a Comment