केंद्र सरकार का डबल धमाका, DA और MSP में बढ़ोतरी

नई दिल्ली। त्योहारी मौसम की दस्तक के साथ केंद्र सरकार ने देशवासियों को दोहरी राहत दी है। एक ओर जहां केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, वहीं दूसरी ओर किसानों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। ये दोनों फैसले सीधे तौर पर करोड़ों लोगों की आय और क्रयशक्ति को प्रभावित करेंगे, जिससे बाजार में मांग को बल मिलेगा और अर्थव्यवस्था में गति आ सकती है।

महंगाई भत्ता बढ़ा, दिवाली पर मिलेगा लाभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलने वाला महंगाई भत्ता 3% बढ़ाया जाएगा। इससे 49.19 लाख कर्मचारी और 68.72 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे। यह वृद्धि जुलाई 2025 से प्रभावी होगी और इसका भुगतान आगामी महीनों में एकमुश्त किया जाएगा, जिससे दिवाली के अवसर पर अतिरिक्त नकदी लोगों के हाथ में आएगी।

सरकार के इस फैसले से सालाना खजाने पर करीब 10,084 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा। फिर भी, यह निर्णय आम लोगों की जेब में सीधे राहत पहुंचाने वाला है और त्योहारों के दौरान उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देगा। यह कदम सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप है और हर वर्ष मार्च व सितंबर में DA में संशोधन की परंपरा का हिस्सा है।

MSP में वृद्धि, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

दूसरी तरफ, किसानों के लिए एक और खुशखबरी आई है। केंद्र सरकार ने 2026-27 के रबी विपणन सत्र के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2,585 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछली बार की तुलना में 160 रुपये अधिक है। इसके अलावा चना, मसूर, सरसों और जौ जैसी अन्य रबी फसलों के MSP में भी वृद्धि की गई है।

इस कदम का उद्देश्य किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाना और उन्हें दलहन व तिलहन जैसी वैकल्पिक फसलों की ओर आकर्षित करना है। सरकार का कहना है कि यह वृद्धि 2018-19 के बजट प्रावधानों के अनुरूप है, जिसमें लागत का कम से कम 1.5 गुना MSP देने की बात कही गई थी।

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