पुल का महत्व और स्थान
नए पुल का निर्माण गंडक नदी पर होगा, जो बेतिया के मनुआपुल को यूपी के कुशीनगर जिले के तिवारीपट्टी सेवराही से जोड़ेगा। इस परियोजना से बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों के बीच आवागमन आसान होगा। यात्रियों को कम समय में गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी और दोनों राज्यों के लोगों के बीच संपर्क और मजबूत होगा।
तकनीकी विवरण
पुल की लंबाई: 12.036 किलोमीटर
सड़क सहित कुल लंबाई: 29 किलोमीटर
लेन की संख्या: 2 लेन पुल
अतिरिक्त संरचनाएँ: परियोजना में छोटे-छोटे 15 पुल भी बनाए जाएंगे।
यह पुल एनएच 727एए पर बनेगा। चूंकि गोरखपुर-सिलीगुड़ी मार्ग पर आठ किलोमीटर की दूरी पर पहले से ही एक छह लेन का पुल है, इसलिए इस नए पुल को दो लेन का निर्माण करने की मंजूरी दी गई है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इस पुल के बनने से न केवल यात्रा सुगम होगी बल्कि व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। बिहार और यूपी के सीमावर्ती जिलों के किसान और व्यापारी अपने उत्पादों का आदान-प्रदान अधिक आसान और तेज़ी से कर पाएंगे। इसके अलावा, शिक्षा, स्वास्थ्य, और पारिवारिक संबंधों में भी दोनों राज्यों के निवासियों को फायदा होगा।
परियोजना की अगली प्रक्रिया
अभी इस परियोजना को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय कैबिनेट के सामने भेजा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पीपीपीएसी (Public Private Partnership Appraisal Committee) ने इस परियोजना की तकनीकी और आर्थिक रूप से मंजूरी दे दी है, जिससे अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।

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