यूपी में 'बिजली उपभोक्ताओं' के लिए बड़ी खबर, तुरंत पढ़ें!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं, खासतौर पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) के अधीन आने वाले 19 जिलों में, अब कड़ाई का दौर शुरू हो गया है। लंबे समय से बिजली बिल न चुकाने वाले उपभोक्ताओं पर विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

कई उपभोक्ताओं के स्मार्ट प्रीपेड मीटर पहले ही माइनस बैलेंस में चल रहे हैं, लेकिन वे अब तक रिचार्ज नहीं करा रहे। ऐसे में विभाग ने चेतावनी दी है कि इन उपभोक्ताओं के घर और प्रतिष्ठानों की बिजली कभी भी काटी जा सकती है।

राजस्व वसूली पर जोर

गोमती नगर जोन के मुख्य अभियंता सुशील गर्ग ने अपने क्षेत्र के अभियंताओं के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी बकाएदारों की सूची तैयार की जाए और उन्हें तुरंत बिल जमा कराने के लिए चेतावनी दी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उपभोक्ता तय समय में भुगतान नहीं करते हैं तो उनके कनेक्शन काट दिए जाएं।

बैठक में अभियंताओं ने यह भी बताया कि त्योहारों के दौरान बिल जमा कराने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे राजस्व वसूली पर असर पड़ा है। अब विभाग इस कमी को पूरा करने के लिए अभियान चलाने जा रहा है।

वर्टिकल सिस्टम और प्रशिक्षण की समीक्षा

बैठक में केवल वसूली ही नहीं, बल्कि नई बिजली व्यवस्था वर्टिकल सिस्टम की भी समीक्षा की गई। गोमती नगर, जानकीपुरम, लखनऊ मध्य और अमौसी जोनों के मुख्य अभियंताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में राजस्व और तकनीकी सुधारों की स्थिति का जायजा लिया।

अधिशासी अभियंता, उपखंड अधिकारी, अवर अभियंता और तकनीकी कर्मचारियों को स्मार्ट मीटर से संबंधित प्रार्थना पत्र डाउनलोड करने और एप के जरिए कार्य करने की प्रक्रिया भी सिखाई गई। स्मार्ट मीटर कंपनी के विशेषज्ञों ने कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया। अधिकारियों ने बताया कि विभाग के कई कर्मचारी पहले तक इस प्रक्रिया से पूरी तरह परिचित नहीं थे, लेकिन अब उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

विभाग का संदेश

मुख्य अभियंताओं ने साफ कहा है कि राजस्व वसूली में किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे समय पर बिल जमा करें, ताकि बिजली आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रह सके।

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