घर बनाने से लेकर मरम्मत तक राशि
HBA योजना के तहत कर्मचारी अपने नए घर का निर्माण करवा सकते हैं, पहले से तैयार मकान खरीद सकते हैं, पुरानी इमारत की मरम्मत करवा सकते हैं या प्लॉट खरीद सकते हैं। यह योजना कर्मचारियों को उनकी सुविधा और पसंद के अनुसार घर बनाने का विकल्प देती है।
25 लाख रुपये तक का लोन की सुविधा
इस योजना में लोन की राशि कर्मचारी की बेसिक सैलरी और डीए के आधार पर तय होती है। कर्मचारी अपनी सैलरी के 34 गुना तक की राशि उधार ले सकता है, जबकि अधिकतम सीमा 25 लाख रुपये निर्धारित है। घर की मरम्मत, विस्तार या पुनर्निर्माण के लिए अलग नियम हैं, ताकि आर्थिक सहायता वास्तव में जरूरत के अनुसार मिले।
स्थिर ब्याज दर और लंबी अवधि की वित्तीय सुरक्षा
HBA योजना की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्थिर ब्याज दर है। जहां बैंक और वित्तीय संस्थानों में होम लोन की दरें समय-समय पर बदलती रहती हैं, वहीं HBA योजना में ब्याज दर लगभग 6 से 7.5 प्रतिशत के बीच स्थिर रहती है। इससे कर्मचारी EMI के बढ़ने की चिंता से मुक्त रहते हैं और लंबी अवधि की वित्तीय योजना आसानी से बना सकते हैं।
इस स्किम की सरल पात्रता और स्पष्ट नियम से लाभ
इस योजना का लाभ लेने के लिए कर्मचारी का केंद्र सरकार में स्थायी होना और कम से कम 5 साल की सेवा पूरी करना जरूरी है। साथ ही, यह भी शर्त है कि कर्मचारी ने पहले किसी सरकारी आवास योजना का लाभ न लिया हो। कुछ परिस्थितियों में अस्थायी कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिल सकता है, जिससे योजना का दायरा बढ़ जाता है।

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