प्रयागराज के 137 गावों से होकर गुजरेगी रिंग रोड

न्यूज डेस्क। प्रयागराज जनपद में बुनियादी ढांचे के तीव्र विकास के साथ-साथ अब संपत्तियों के सर्किल रेट में भी उल्लेखनीय वृद्धि की तैयारी चल रही है। राजस्व और निबंधन विभाग द्वारा गठित एक समिति वर्तमान में जिले के विभिन्न हिस्सों में सर्किल रेट बढ़ाने के लिए सर्वेक्षण कर रही है। इस प्रक्रिया का सीधा प्रभाव आम नागरिकों, निवेशकों तथा भूमि स्वामियों पर पड़ेगा। सर्किल रेट में यह प्रस्तावित वृद्धि मुख्यतः गंगा एक्सप्रेस-वे, प्रयागराज रिंग रोड और प्रयागराज-सिंगरौली हाईवे जैसे नवविकसित क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

रिंग रोड परियोजना और प्रभावित क्षेत्र

प्रयागराज रिंग रोड परियोजना जिले की पांच प्रमुख तहसीलों — सदर, करछना, बारा, फूलपुर और सोरांव — के कुल 137 गांवों से होकर गुजरेगी। परियोजना के पहले और दूसरे चरण का कार्य प्रगति पर है, जिनमें बारा, करछना और फूलपुर के 45 गांवों में 60 प्रतिशत काम पहले ही पूरा हो चुका है। 

इन 45 गांवों में सर्किल रेट में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि प्रस्तावित है। रिंग रोड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा नैनी और झूंसी क्षेत्रों को जोड़ता है, जिसके लिए गंगा नदी पर एक नया पुल भी निर्माणाधीन है। इससे न केवल आवागमन में सुविधा होगी, बल्कि इन क्षेत्रों की रियल एस्टेट वैल्यू भी बढ़ेगी।

प्रमुख शहरी मार्गों पर सर्वेक्षण

सदर तहसील के अंतर्गत एयरपोर्ट रोड, गंगा पथ, करेली से कौशांबी मार्ग तथा एयरपोर्ट से कौशांबी मार्ग जैसे प्रमुख इलाकों में भी संपत्ति के सर्किल रेट बढ़ाने हेतु सर्वेक्षण जारी है। यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहे हैं और भविष्य में आवासीय तथा व्यावसायिक निवेश के केंद्र बन सकते हैं।

अन्य विकास परियोजनाएं

गंगा एक्सप्रेस-वे: यह सोरांव तहसील के 20 गांवों से होकर गुजरेगा, जहां सर्किल रेट बढ़ाने की सिफारिश की गई है।

प्रयागराज-सिंगरौली हाईवे: यह नया हाईवे प्रयागराज से मध्य प्रदेश के सिंगरौली तक निर्मित हो रहा है। इस मार्ग के किनारे स्थित गांवों की जमीनों का सर्किल रेट भी बढ़ाने की संस्तुति की गई है।

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