BrahMos-NG से लैस होंगे भारत के 3 फाइटर जेट

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना को मिलने जा रही है एक और नई मारक शक्ति—BrahMos-NG। यह अत्याधुनिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जल्द ही भारत के तीन प्रमुख फाइटर जेट्स — MiG-29, Mirage 2000 और स्वदेशी Tejas — के साथ एकीकृत की जाएगी। IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम भारतीय वायुसेना की हमलावर क्षमता को एक नई ऊंचाई देगा।

BrahMos-NG: क्या है ये 'नया ब्रह्मास्त्र'?

BrahMos-NG (Next Generation), ब्रह्मोस मिसाइल का नया और उन्नत संस्करण है। इसे भारत के DRDO और रूस की NPO Mashinostroyeniya द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। यह अपने पहले वर्जन BrahMos-A से कई मामलों में बेहतर है। इसकी रेंज 300 से 450 किलोमीटर तक हैं।

किन फाइटर जेट्स पर होगी BrahMos-NG की तैनाती?

1 .MiG-29: रूसी मूल का यह लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना का अहम हिस्सा है। इसकी तेज गति और मैनुवरेबिलिटी के साथ BrahMos-NG की जोड़ी इसे अत्यधिक घातक बना देगी।

2 .Mirage 2000: कारगिल युद्ध में अपनी सटीकता का प्रदर्शन कर चुका यह फ्रांसीसी विमान अब और ज्यादा खतरनाक बनेगा जब इसमें सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जोड़ी जाएगी।

3 .Tejas (LCA): भारत में निर्मित यह हल्का लड़ाकू विमान अब BrahMos-NG से लैस होकर भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति की मिसाल बनेगा।

कैसे बढ़ेगी वायुसेना की ताकत?

1 .लंबी रेंज अटैक: अब भारतीय फाइटर जेट्स दुश्मन के बेस, हथियार डिपो, और नौसेनिक ठिकानों पर 450 किमी दूर से हमला कर सकेंगे, बिना ज़रूरत से ज़्यादा जोखिम उठाए।

2 .स्टील्थ और चकमा: BrahMos-NG में लो-रेडार सिग्नेचर और एडवांस गाइडेंस सिस्टम है, जिससे यह दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दे सकती है।

3 .अधिक फ्लेक्सिबिलिटी: हल्का और कॉम्पैक्ट डिज़ाइन होने की वजह से यह मिसाइल एक ही जेट पर दो तक लगाई जा सकती है, जिससे स्ट्राइक पावर बढ़ जाती है।

4 .तेज गति: 2.8 Mach की स्पीड से यह मिसाइल दुश्मन को रिएक्ट करने का मौका भी नहीं देती।

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