इजरायल बनाम ईरान: किसकी वायुसेना है ज़्यादा ताकतवर?

न्यूज डेस्क: इजरायल और ईरान के बीच युद्ध का लगातार विस्तार हो रहा हैं। दोनों देशों के बीच वाकयुद्ध से लेकर साइबर हमलों और मिसाइल अटैक किये जा रहे हैं। लेकिन अब चर्चा इस बात पर है कि वायुसेना की सीधी टक्कर में कौन ज़्यादा ताकतवर हैं।

इजरायल की वायुसेना: अत्याधुनिक तकनीक और अमेरिकी समर्थन

इजरायल की वायुसेना को दुनिया की सबसे उन्नत और प्रशिक्षित वायु सेनाओं में गिना जाता है। इसके पास अमेरिका निर्मित अत्याधुनिक F-35I "Adir" स्टील्थ फाइटर जेट हैं, जो दुश्मन की रडार प्रणाली से बचते हुए गहरे हमले करने में सक्षम हैं। इसके अलावा IAF के पास F-15 और F-16 जैसे उन्नत जेट, शक्तिशाली ड्रोन बेड़े और उच्चस्तरीय इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली भी है। इजरायल के पास 241 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 193 हमले के लिए हमेशा रेडी रहते हैं। 

ईरान की वायुसेना: संख्या में ज़्यादा, तकनीक में पिछड़ा

ईरान की वायुसेना (IRIAF) में करीब 300 से अधिक फाइटर एयरक्राफ्ट शामिल हैं, जिनमें से अधिकतर पुराने अमेरिकी F-4, F-5 और F-14 विमान हैं, जो 1979 की क्रांति से पहले लिए गए थे। हालाँकि ईरान ने रूस से Su-35 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमानों के लिए प्रयास किया है, लेकिन प्रतिबंधों और आर्थिक संकटों ने उसकी वायुसेना के आधुनिकीकरण में बाधा डाली है। ईरान के पास 121 फाइटर जेट हर समय हमले के लिए तैयार रहते हैं

ईरान का असली फोकस ड्रोन और मिसाइल तकनीक पर है। हाल के वर्षों में उसने सैकड़ों सशस्त्र ड्रोन विकसित किए हैं, जिन्हें यमन, इराक और सीरिया में अपने सहयोगी गुटों के माध्यम से इस्तेमाल किया जाता रहा है। ईरान के पास बैलेस्टिक मिसाइल का भंडार हैं।

तकनीकी श्रेष्ठता बनाम रणनीतिक गहराई

इजरायल की ताकत उसकी तकनीकी बढ़त, रियल-टाइम इंटेलिजेंस और अमेरिका से मिले समर्थन में है। दूसरी ओर, ईरान के पास भले ही तकनीकी कमियां हों, लेकिन उसकी रणनीति ‘प्रत्यक्ष संघर्ष’ के बजाय छद्म युद्ध (proxy warfare) और असंबद्ध सैन्य रणनीति पर आधारित है। ईरान का लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों पर विशेष ध्यान है।

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