ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “हमने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बहुत सफल हवाई हमला किया है। सभी अमेरिकी विमान अब ईरान की हवाई सीमा से बाहर निकल चुके हैं और सुरक्षित अपने घर लौट रहे हैं। सबसे ज्यादा बम फोर्डो साइट पर गिराए गए।” उन्होंने अमेरिकी सेना की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारे महान योद्धाओं को बधाई! दुनिया की कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती।”
हमला क्यों और कैसे?
ईरान के ये तीनों परमाणु ठिकाने विश्व समुदाय के लिए हमेशा चिंता का विषय रहे हैं। विशेषकर फोर्डो, जो पहाड़ों की गहराई में स्थित है, उसे परमाणु हथियार बनाने के संदिग्ध गतिविधियों के लिए जाना जाता है। अमेरिका का दावा है कि इस हमले से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को भारी क्षति पहुंची है और इससे क्षेत्र में स्थिरता लाने का मार्ग खुलेगा।
B-2 Spirit स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल
हमले में अमेरिकी B-2 Spirit स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल हुआ, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और दुश्मन की रडार सिस्टम से बचकर निशाना साध सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका के इस कदम सेमध्य-पूर्व का सुरक्षा परिदृश्य और भी जटिल हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप की बात का क्या है मतलब?
ट्रंप ने यह भी कहा कि अब शांति का समय है, जो यह दर्शाता है कि अमेरिका इस कार्रवाई को एक मजबूर कदम मानता है, ताकि क्षेत्र में स्थिरता लाई जा सके। हालांकि, विशेषज्ञ इसे मध्य-पूर्व में एक नए संघर्ष की शुरुआत भी मान रहे हैं। अब देखना होगा की ईरान इसपर क्या कदम उठाता हैं।
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