क्या हैं FPV ड्रोन: यूक्रेन ने इससे रूस में मचाई तबाही

न्यूज डेस्क: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 1 जून 2025 को रूस में एक ऐसा हमला हुआ जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया। यूक्रेन ने FPV (First-Person View) ड्रोन की मदद से रूस के अंदर 5 से ज्यादा एयरबेस पर हमला किया, जिनमें 40 से अधिक सैन्य विमान तबाह हो गए। यह हमला फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से रूस के अंदर सबसे बड़ा माना जा रहा है।

बता दें की इस हमले को "ऑपरेशन स्पाइडर वेब" कहा गया — एक ऐसा ऑपरेशन जिसकी योजना यूक्रेनी अधिकारियों ने 18 महीनों में बनाई थी। तो आखिर क्या हैं ये FPV ड्रोन? और कैसे ये छोटे-से दिखने वाले यंत्र एक महाशक्ति की सेना को चकमा दे सकते हैं?

FPV ड्रोन क्या होते हैं?

FPV ड्रोन (First-Person View Drone) वे ड्रोन होते हैं जिन्हें ऑपरेटर एक कैमरे की मदद से ऐसे चलाता है, जैसे वो खुद ड्रोन के अंदर बैठा हो। इसमें ड्रोन पर एक HD कैमरा लगा होता है, जो लाइव वीडियो फ़ीड देता है। ऑपरेटर इसे FPV गॉगल्स, मोबाइल स्क्रीन या टैबलेट के ज़रिए देखता है और रियल-टाइम में दिशा और गति नियंत्रित करता है।

FPV ड्रोन क्यों हैं इतना घातक?

1 .कम लागत, ज़्यादा प्रभाव

इन ड्रोन की कीमत मात्र $300–$500 होती है। इतनी कम लागत में इतने अधिक सटीक और घातक हमले करना इन्हें युद्ध का भविष्य बनाता है।

2 .GPS और लो-लेवल फ्लाइट

ये ड्रोन GPS-गाइडेड हो सकते हैं और बेहद नीची उड़ान भर सकते हैं, जिससे पारंपरिक रडार इन्हें पकड़ नहीं पाते। जिससे ये ज्यादा घातक हो जाता हैं।

3 .सटीक टारगेटिंग करते हैं

FPV कैमरा और लाइव फीड के कारण ऑपरेटर अपने टारगेट को बारीकी से देख सकता है और सटीकता से हमला कर सकता है। जिससे ज्यादा नुकसान होता हैं।

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