कितना खर्चा आता है 5th जनरेशन जेट बनाने में? ये हैं सबसे महंगा

नई दिल्ली: आधुनिक युद्ध के मैदान में तकनीक सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है और इसी तकनीकी क्रांति का प्रतीक हैं 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन अति-आधुनिक लड़ाकू विमानों को बनाने में कितना खर्च आता है? इसकी लागत सुनकर शायद आप हैरान रह जाएं।

कितनी होती है 5th जनरेशन फाइटर जेट की लागत?

5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स को बनाना बेहद जटिल और खर्चीला काम होता है। इन विमानों में स्टील्थ टेक्नोलॉजी, सुपीरियर एवियोनिक्स, नेटवर्क-सेंट्रिक वारफेयर क्षमताएं और सुपरक्रूज़ जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होती हैं। इनकी निर्माण लागत न केवल R&D (शोध और विकास) पर निर्भर करती है।

उदाहरण के तौर पर:

F-35 Lightning II:

यह दुनिया का सबसे चर्चित और महंगा 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट है। इसकी प्रति यूनिट कीमत लगभग $80-$110 मिलियन (660 से 900 करोड़ रुपये) के बीच है, जबकि पूरे प्रोजेक्ट पर $1.7 ट्रिलियन (लगभग 140 लाख करोड़ रुपये) से ज्यादा खर्च आ चुका है — जो इसे अब तक का सबसे महंगा डिफेंस प्रोग्राम बनाता है।

F-22 Raptor:

इस स्टील्थ फाइटर को बनाना इतना महंगा था कि अमेरिका ने इसका प्रोडक्शन ही रोक दिया। एक Raptor की कीमत $150 मिलियन (1200 करोड़ रुपये) से ज्यादा होती है, जबकि इसकी कुल लागत R&D समेत $67 बिलियन से ऊपर गई।

Sukhoi Su-57 (रूस):

यह रूस का 5वीं पीढ़ी का जवाब है। प्रति यूनिट लागत $35-$50 मिलियन बताई जाती है, लेकिन इसकी सीमित संख्या और टेक्रोलॉजी के कारण वास्तविक लागत इससे कहीं अधिक हो सकती है।

Chengdu J-20 (चीन):

चीन का दावा है कि यह उनकी स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस उन्नत फाइटर है। इसकी अनुमानित कीमत $100 मिलियन के आसपास बताई जाती है, लेकिन इसकी क्षमताओं को लेकर वैश्विक विशेषज्ञों में मतभेद हैं।

भारत का कदम: AMCA प्रोजेक्ट

भारत भी इस दौड़ में पीछे नहीं है। DRDO और HAL मिलकर भारत का पहला स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बना रहे हैं — AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft)। इसकी पहली फ्लाइट 2030 के करीब होने की उम्मीद है और प्रति यूनिट लागत लगभग ₹900 करोड़ से ₹1,500 करोड़ के बीच मानी जा रही है।

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