महिलाओं की आय बढ़ाने की ठोस योजना
बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाएं केवल घरेलू जिम्मेदारियों तक सीमित न रहें, बल्कि वह सामाजिक और आर्थिक विकास की धारा में सक्रिय भागीदार बनें। इसके लिए श्रम संसाधन विभाग और ग्रामीण विकास विभाग मिलकर एक संयुक्त कार्यक्रम चला रहे हैं। इस कार्यक्रम का फोकस स्वयं सहायता समूहों (SHG) से जुड़ी महिलाओं पर है, जिन्हें व्यावसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण देकर "लखपति दीदी" जैसी सफल पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
बदलाव लाएगा कौशल विकास
यह पहल सिर्फ प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य महिलाओं के समग्र विकास में योगदान देना है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, वित्तीय प्रबंधन, आधुनिक कृषि, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, सप्लाई चेन और यहां तक कि ड्रोन तकनीक जैसे आधुनिक विषयों को शामिल किया गया है। इसका मकसद यह है कि महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि अपने व्यवसाय को भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आगे बढ़ा सकें।
तकनीकी युग में महिलाओं की भागीदारी
इस योजना की खास बात यह है कि यह पारंपरिक सिलाई-बुनाई जैसे प्रशिक्षण से आगे बढ़कर तकनीकी और डिजिटल क्षेत्रों में महिलाओं को प्रशिक्षित करने पर बल देती है। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाएं भी ऑनलाइन व्यापार, डिजिटल लेन-देन और मार्केटिंग में दक्ष हो सकेंगी, जिससे उनके लिए कमाई के नए रास्ते खुलेंगे।
0 comments:
Post a Comment