सुबह 'सत्तू' पीने से दूर होंगी ये 7 बड़ी बीमारियां!

धर्म डेस्क। पारंपरिक भारतीय आहार में सत्तू एक ऐसे पोषण का खजाना है, जिसे न सिर्फ ताजगी और ऊर्जा देने वाला माना जाता है, बल्कि यह कई बीमारियों से बचाव में भी मददगार है। खासकर गर्मियों में ठंडा सत्तू पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुबह-सुबह सत्तू पीना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है?

आयुर्वेद और आधुनिक शोध दोनों ही इस बात पर जोर देते हैं कि सत्तू में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं, सुबह सत्तू पीने से कौन-कौन सी 7 बड़ी बीमारियां दूर हो सकती हैं।

1. पाचन संबंधी समस्याएं

सत्तू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है। नियमित सेवन से कब्ज, एसिडिटी और अन्य पाचन समस्याएं दूर होती हैं।

2. डायबिटीज

सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह डायबिटीज मरीजों के लिए भी सुरक्षित और फायदेमंद है।

3. दिल की बीमारियां

सत्तू में मौजूद फाइबर और मैग्नीशियम हृदय की सेहत बनाए रखने में सहायक होते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर हृदय रोगों के खतरे को घटाता है।

4. थकान और कमजोरी

सुबह सत्तू पीने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है, जिससे दिनभर थकान कम होती है और शरीर चुस्त-दुरुस्त रहता है।

5. पाचन तंत्र के रोग

सत्तू में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो पाचन तंत्र की सूजन कम करते हैं और कब्ज जैसी समस्या को खत्म करने में मदद करते हैं।

6. वजन नियंत्रित रखना

सत्तू में कम कैलोरी और अधिक फाइबर होता है, जो लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है। इससे अनावश्यक खाने की इच्छा कम होती है और वजन नियंत्रित रहता है।

7. एनीमिया

सत्तू में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्त की कमी को पूरा करता है और एनीमिया के खतरे को कम करता है।

सत्तू कैसे पिएं?

सुबह उठते ही गुनगुने पानी में या छाछ के साथ सत्तू को मिला कर पीना सबसे बेहतर रहता है। आप इसमें नींबू, काला नमक, या भुना हुआ जीरा डालकर भी इसका स्वाद बढ़ा सकते हैं। यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है।

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