क्या है LRBMR?
DRDO (Defence Research and Development Organisation) और BEL (Bharat Electronics Limited) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित यह रडार सिस्टम एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। LRBMR एक ऐसा हाई-टेक निगरानी तंत्र है, जो न केवल भारत की वायु सीमाओं की निगरानी करेगा, बल्कि दुश्मन के इलाके में भी गहराई तक झांकने में सक्षम है।
500 किमी तक की निगरानी क्षमता
इस रडार की सबसे बड़ी ताकत इसकी 500 किलोमीटर तक की रेंज है। इसका मतलब साफ है की पाकिस्तान या चीन की हवाई गतिविधियां अब भारत की नजरों से बच नहीं पाएंगी। सीमा पार से उड़ान भरने वाला कोई भी लड़ाकू विमान, ड्रोन, या मिसाइल सिस्टम अब रडार की पकड़ में होगा।
स्टील्थ विमानों पर भी पैनी नजर
जहां आम रडार सिस्टम स्टील्थ टेक्नोलॉजी वाले विमानों को पहचानने में नाकाम रहते हैं, वहीं LRBMR इस मामले में भी एक कदम आगे है। यह रडार स्टील्थ एयरक्राफ्ट को भी डिटेक्ट कर सकता है, जिससे दुश्मन की कोई भी चाल अब गोपनीय नहीं रह पाएगी।
इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में भी दमदार प्रदर्शन
मौजूदा युद्धों में दुश्मन अक्सर रडार जैमिंग या इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप का सहारा लेते हैं। लेकिन LRBMR इन हमलों से भी निपटने में सक्षम है। यह रडार जैमिंग के दौरान भी बिना बाधा के काम करता है, और वास्तविक समय में जानकारी साझा करता है।
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