सिर्फ 4 देश जिनके पास है 'परमाणु त्रिकोण' की पूरी ताकत

नई दिल्ली। दुनिया में परमाणु हथियारों की होड़ कोई नई नहीं है, लेकिन ‘परमाणु त्रिकोण’ या न्यूक्लियर ट्रायड जैसी क्षमता अब भी बेहद सीमित देशों के पास ही है। आज की तारीख में सिर्फ चार ऐसे देश हैं जो ज़मीन, समुद्र और आकाश तीनों माध्यमों से परमाणु हमला करने की पूरी क्षमता रखते हैं। ये चार देश हैं अमेरिका, रूस, चीन और भारत।

क्या है परमाणु त्रिकोण?

परमाणु त्रिकोण (Nuclear Triad) का अर्थ है एक देश की ऐसी सामरिक क्षमता, जिससे वह ज़मीन से लॉन्च होने वाली इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM), पनडुब्बी से दागी जाने वाली मिसाइल (SLBM), और लंबी दूरी तक मार करने वाले परमाणु बमवर्षक विमानों इन तीनों ज़रियों से परमाणु हमला कर सके। यह त्रिकोण रणनीतिक स्थिरता और जवाबी हमले की दृष्टि से बेहद अहम होता है, क्योंकि इससे दुश्मन यह जानता है कि चाहे पहला हमला कर भी दे, जवाब ज़रूर मिलेगा।

1. अमेरिका: सबसे पुराना और सबसे उन्नत ट्रायड सिस्टम

अमेरिका वह पहला देश था जिसने परमाणु त्रिकोण की नींव रखी। उसके पास Minuteman III ICBMs, Ohio क्लास परमाणु पनडुब्बियां, और B-2 Spirit व B-52 Stratofortress जैसे परमाणु बमवर्षक विमान हैं। अमेरिका की ट्रायड क्षमता तकनीकी रूप से सबसे परिष्कृत मानी जाती है।

2. रूस: संख्या में सबसे भारी, जवाब देने में सक्षम

रूस के पास सबसे बड़ा परमाणु शस्त्रागार है। उसकी Topol-M और Yars मिसाइलें, Borei क्लास सबमरीन, और Tu-160 व Tu-95 बमवर्षक विमान उसकी परमाणु त्रिकोण शक्ति को मज़बूती देते हैं। रूस ने हाल के वर्षों में अपनी रणनीतिक ताकत को लगातार आधुनिक बनाया है।

3. चीन: तेजी से बढ़ती बड़ी परमाणु ताकत

चीन ने बीते दो दशकों में चुपचाप लेकिन प्रभावशाली तरीक़े से अपनी परमाणु त्रिकोण क्षमता विकसित की है। उसके पास DF-41 ICBMs, Jin-क्लास पनडुब्बियां, और H-6N जैसे बमवर्षक विमान हैं। चीन अब "साइलेंस" के बजाय “दिखाने” की नीति पर काम कर रहा है।

4. भारत: नई लेकिन सक्षम परमाणु त्रिकोण

भारत ने शांतिपूर्ण परमाणु नीति को बनाए रखते हुए भी परमाणु त्रिकोण की क्षमता हासिल कर ली है। अग्नि सीरीज़ की मिसाइलें, INS Arihant जैसी परमाणु पनडुब्बियां, और सुखोई-30MKI व मिराज-2000 जैसे विमान, जिन्हें परमाणु हथियार ले जाने के लिए तैयार किया गया है। ये भारत की जवाबी हमला क्षमता को सुनिश्चित करते हैं।

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