योजना का महत्व और लाभार्थी छात्राएं
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्राओं को मिलेगा जिनके परिणाम विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं। इस बार रिकॉर्ड संख्या में लगभग 5.65 लाख छात्राओं के परिणाम पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं, जो पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक हैं। इसका मतलब यह है कि बिहार में शिक्षा प्राप्त कर रही महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और सरकार भी इस क्षेत्र में लगातार प्रोत्साहन दे रही है।
आवेदन प्रक्रिया और विश्वविद्यालयों की भूमिका
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के शुरू होने से छात्राओं में उत्साह की लहर है। इस बार सबसे अधिक परिणाम बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर से अपलोड हुए हैं, जहां से 85,058 छात्राओं के परिणाम पोर्टल पर उपलब्ध कराए गए हैं।
इसके अलावा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, एलएनएमयू समेत कई अन्य विश्वविद्यालयों ने भी अपने-अपने छात्राओं के परिणाम अपलोड किए हैं। साथ ही, आईआईटी पटना, एनआईटी पटना, आईजीआईएमएस और ललित नारायण मिश्र इंस्टीट्यूट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की छात्राओं के परिणाम भी इस पोर्टल पर उपलब्ध हैं, जो योजना की व्यापकता और प्रभाव को दर्शाता है।
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