गणेश चतुर्थी: जानिए वह मंत्र जो देता है 108 लाभ

धर्म डेस्क। गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा, उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और मंगलकर्ता माना जाता है। इस पावन अवसर पर यदि एक विशेष मंत्र का श्रद्धापूर्वक जाप किया जाए, तो 108 प्रकार के आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक लाभ मिल सकते हैं।

इस मंत्र को शास्त्रों में “सर्वकष्ट नाशक गणेश मंत्र” कहा गया है:  

"ॐ गं गणपतये नमः"

क्यों है यह मंत्र इतना प्रभावशाली?

यह छोटा लेकिन अत्यंत शक्तिशाली बीज मंत्र गणेश जी की कृपा शीघ्र प्राप्त कराने वाला माना गया है। यह मंत्र व्यक्ति के जीवन में समस्त विघ्नों का नाश, बुद्धि की वृद्धि, धन की प्राप्ति, शत्रु पर विजय, और कार्य में सफलता जैसे अनेक लाभ प्रदान करता है।

कैसे करें मंत्र जाप?

प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थान पर भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। दीपक और धूप जलाकर गणपति का आवाहन करें। "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। जाप के लिए रुद्राक्ष या तुलसी की माला का प्रयोग करें। अंत में लड्डू का भोग लगाकर प्रार्थना करें।

गणेश चतुर्थी पर क्यों करें यह जाप?

गणेश चतुर्थी पर किया गया यह मंत्र जाप सौ गुना अधिक फलदायक माना गया है। इस दिन भगवान गणेश पृथ्वी पर अधिक सक्रिय रहते हैं और भक्तों की प्रार्थना तुरंत स्वीकार करते हैं। ऐसे में यह एक दुर्लभ अवसर होता है जब एक छोटा मंत्र भी असाधारण फल प्रदान कर सकता है।

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