भारत के 'रुद्रम' ने चीन-पाकिस्तान की नींद उड़ाई

नई दिल्ली। भारत ने अपने रक्षा बलों की ताकत और सीमा सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई आधुनिक हथियार प्रणालियाँ विकसित की हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली हथियार है रुद्रम एंटी रेडिएशन मिसाइल। यह मिसाइल भारत की सामरिक क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला हथियार है, जो खास तौर पर इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और दुश्मन के रडार सिस्टम को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

एंटी रेडिएशन मिसाइल क्या है?

एंटी रेडिएशन मिसाइल (ARM) एक प्रकार की मिसाइल होती है जो रेडियो फ्रिक्वेंसी (RF) उत्सर्जित करने वाले उपकरणों जैसे कि रडार, संचार उपकरण, और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को पहचान कर उन्हें नष्ट करती है। इसका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के रडार और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी सिस्टम को बेअसर बनाकर वायु सेना और अन्य सैन्य अभियानों के लिए रास्ता साफ करना होता है।

रुद्रम एंटी रेडिएशन मिसाइल की विशेषताएँ

उन्नत लक्ष्य पहचान तकनीक: रुद्रम मिसाइल में अत्याधुनिक सेंसर होते हैं, जो दुश्मन के सक्रिय रडार संकेतों को भली-भांति पकड़ सकते हैं। इससे यह मिसाइल अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाती है।

लॉन्च रेंज: यह मिसाइल मध्यम से लंबी दूरी तक निशाना साध सकती है, जिससे भारत की वायु सेना दुश्मन के रडार को सुरक्षित दूरी से निष्क्रिय कर सकती है।

स्वायत्त संचालन: रुद्रम मिसाइल में स्वचालित गाइडेंस सिस्टम होता है, जो लक्ष्य को पकड़ने और ट्रैक करने में सक्षम है, जिससे मिशन की सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में बढ़त: यह मिसाइल दुश्मन की इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को नष्ट कर दुश्मन के ऑपरेशन्स को बाधित करती है, जिससे भारतीय सेना को रणनीतिक लाभ मिलता है।

रुद्रम मिसाइल का रणनीतिक महत्व

रुद्रम एंटी रेडिएशन मिसाइल भारत की सामरिक ताकत को बढ़ाने वाला एक अहम हथियार है। यह न केवल भारत को इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में मजबूती प्रदान करती है, बल्कि सीमाओं पर उसकी सक्रियता को भी मजबूत करती है। खासकर चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के खिलाफ, जहां रडार और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी का महत्वपूर्ण रोल होता है, रुद्रम मिसाइल एक निर्णायक हथियार साबित हो सकती है।

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