तूफान की आहट, बारिश का कहर
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ता यह सिस्टम बिहार में व्यापक प्रभाव डाल सकता है। 2 अक्टूबर से शुरू हुई यह मौसमी गतिविधि 6 अक्टूबर तक बनी रह सकती है। इस दौरान कई जिलों में तेज हवा, आकाशीय बिजली और मूसलधार बारिश देखने को मिलेगी।
2 अक्टूबर: 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
गुरुवार को पटना, सारण, दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, जहानाबाद, सुपौल, गया, नालंदा, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, अरवल और मधुबनी सहित कुल 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। नागरिकों को घरों में रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।
3 अक्टूबर: दक्षिण बिहार में खतरा बढ़ा
शुक्रवार को जमुई, बांका और पश्चिम चंपारण में अत्यंत भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सीवान, गोपालगंज, बक्सर, भभुआ, मुंगेर, अरवल और भागलपुर जैसे जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
4 अक्टूबर: रेड अलर्ट पर कई जिले
शनिवार को पश्चिम चंपारण, कैमूर और गया जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां अत्यंत भारी बारिश की आशंका है। इसके अलावा, गोपालगंज, सीवान, रोहतास, औरंगाबाद और नवादा में अति भारी बारिश हो सकती है। कई अन्य जिलों जैसे सीतामढ़ी, भोजपुर, बक्सर, शेखपुरा और जमुई में भी मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।
5 अक्टूबर: उत्तर बिहार पर सबसे ज्यादा असर
रविवार को उत्तर बिहार के कई जिलों में हालात और भी गंभीर हो सकते हैं। सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी और पश्चिम चंपारण, गोपालगंज में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। यहां अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में अति भारी और पटना, नालंदा, वैशाली जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
6 अक्टूबर: राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग के अनुसार 6 अक्टूबर को भी उत्तर और पूर्वी बिहार में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कुछ इलाकों में अति भारी वर्षा के हालात बन सकते हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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