बिहार में 'किसानों' के लिए खुशखबरी, यहां बनेगा कोल्ड स्टोरेज

न्यूज डेस्क। बिहार के झंझारपुर क्षेत्र के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। वर्षों से लंबित एक अहम मांग अब पूरी होने जा रही है। अब यहां जल्द ही अत्याधुनिक कोल्ड स्टोरेज का निर्माण शुरू होने जा रहा है, जिससे किसानों को उनकी उपज सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और उन्हें बेहतर मूल्य भी प्राप्त हो सकेगा।

क्या है इस योजना की खास बात?

झंझारपुर मंडी परिसर, जिसे स्थानीय लोग बाजार समिति के नाम से भी जानते हैं, में राज्य सरकार के वेजफेड और सहकारिता विभाग के सहयोग से एक मल्टी चैम्बर कोल्ड स्टोरेज बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए दो एकड़ भूमि स्थानीय प्रशासन द्वारा पहले ही आवंटित की जा चुकी है। सरकार इस परियोजना पर करीब 3.5 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस कोल्ड स्टोरेज की क्षमता 750 मीट्रिक टन होगी, जिसमें हरी सब्जियों को सुरक्षित रखा जा सकेगा। इसका लाभ न केवल झंझारपुर बल्कि आस-पास के इलाकों के किसानों को भी मिलेगा।

संचालन करेगा ‘मिथिला सब्जी संघ’

इस कोल्ड स्टोरेज का संचालन मिथिला सब्जी संघ द्वारा किया जाएगा। यह संघ दरभंगा और मधुबनी जिले के कुल 73 प्रखंडों में सक्रिय रूप से कार्यरत है। झंझारपुर क्षेत्र में इस संघ का नेतृत्व मेंहथ गांव के राजकुमार ठाकुर कर रहे हैं। संघ के अध्यक्ष माधवेन्द्र कुमार ठाकुर ने जानकारी दी कि बिहार स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने इस परियोजना के लिए निविदा जारी कर दी है और कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के बाद इसका संचालन मिथिला सब्जी संघ को सौंपा जाएगा।

किसानों को मिलेंगे ये फायदे

सब्जी की बर्बादी पर रोक: अब किसान अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे, जिससे खराब होने की आशंका कम होगी।

कीमतों में स्थिरता: पर्व-त्योहार के दौरान सब्जियों की जमाखोरी के कारण अक्सर कीमतें आसमान छूने लगती हैं। कोल्ड स्टोरेज से ऐसी स्थितियों पर नियंत्रण रहेगा।

बाजार में बेहतर मोलभाव: किसान अपनी उपज को तुरंत बेचने के दबाव में नहीं होंगे। वे सही समय पर बेहतर कीमत पा सकेंगे।

स्थानीय विकास को बढ़ावा: यह कोल्ड स्टोरेज मधुबनी जिले का पहला अत्याधुनिक सुविधा से युक्त स्टोरेज होगा, जिससे झंझारपुर का नाम भी नये विकास मानचित्र पर उभरेगा।

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