कौन-कौन सी परियोजनाएं हैं?
देवभूमि द्वारका (ओखा)-कनालस दोहरीकरण परियोजना - 141 किलोमीटर
बदलापुर-कर्जत के बीच तीसरी और चौथी लाइन का निर्माण - 32 किलोमीटर
यात्रियों को क्या लाभ मिलेगा?
देवभूमि द्वारका-ओखा लाइन के दोहरीकरण से द्वारकाधीश मंदिर और सौराष्ट्र क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चलेंगी और यात्रियों को लेट होने की समस्या नहीं होगी। इससे तीर्थस्थलों तक यात्रा आसान और सुविधाजनक बनेगी।
बदलापुर-कर्जत खंड मुंबई उपनगरीय रेल गलियारे का हिस्सा है। इस पर तीसरी और चौथी लाइन बनने से उपनगरीय कनेक्टिविटी बेहतर होगी, भीड़भाड़ कम होगी और भविष्य में बढ़ती यात्री मांग को पूरा किया जा सकेगा।
रेलवे परिचालन और माल ढुलाई में सुधार
दोनों परियोजनाओं से रेल नेटवर्क की क्षमता बढ़ेगी, जिससे परिचालन दक्षता और सेवा विश्वसनीयता में सुधार होगा। मल्टी-ट्रैकिंग के चलते ट्रेन सेवाओं का संचालन सुव्यवस्थित होगा और भीड़भाड़ कम होगी।

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