गुजरने वाले जिले: यह एक्सप्रेस-वे यूपी के श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, पुवायां (शाहजहांपुर), बीसलपुर (पीलीभीत), बिजनौर, सहारनपुर और शामली से गुजरेगा। खास बात यह है कि बिजनौर में यह एक्सप्रेसवे दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-देहरादून की कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
आपको बता दें की इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर करीब 15,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अधिकारियों के मुताबिक, जमीन अधिग्रहण और टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके निर्माण से इन जिलों के लोगों का आवागवन बेहतर हो जायेगा।
एक्सप्रेस-वे के क्या हैं फायदे?
पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच यात्रा का समय कम होगा।
नेपाल बॉर्डर के रास्ते आने-जाने वाले मालवाहकों को तेज़ मार्ग मिलेगा।
पानीपत के औद्योगिक क्षेत्रों से व्यापारियों को सीधा लाभ।
पिछड़े जिलों में विकास और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना के तहत यूपी अब देश में सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क वाला राज्य बन जाएगा। यह प्रोजेक्ट न केवल यात्रा आसान बनाएगा, बल्कि प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास में भी बड़ी भूमिका निभाएगा।
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