बिहार में 'बेटियों' के लिए खुशखबरी, सरकार का बड़ा ऐलान!

पटना। बिहार सरकार ने बेटियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू करने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार (25 नवंबर) को घोषणा की कि राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों के बाहर पिंक पुलिसिंग की विशेष व्यवस्था की जाएगी। इसका उद्देश्य छात्राओं को दैनिक आवागमन के दौरान किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, उत्पीड़न या मनचलों की हरकतों से सुरक्षित रखना है।

सम्राट चौधरी ने कहा कि “स्कूल और कॉलेज जाने वाली बेटियों को किसी भी रोमियो या मनचले द्वारा परेशान न किया जाए, इसके लिए विशेष फोर्स की तैनाती की जाएगी।” उनके अनुसार, पिंक पुलिसिंग टीम ऐसे सभी संवेदनशील स्थानों पर सक्रिय रहेगी, जहाँ छात्राओं की भीड़ अधिक रहती है। इसके तहत महिला पुलिसकर्मियों की संख्या और गश्त दोनों को बढ़ाने की तैयारी जारी है।

संगठित अपराध पर भी होगी कड़ी कार्रवाई

डिप्टी सीएम ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ राज्य में बढ़ रहे संगठित अपराधों पर भी सख्त रुख अपनाने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भू-माफिया, बालू माफिया, और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई की जाएगी। गृह विभाग ने इन माफियाओं को चिन्हित करने तथा अपराध नेटवर्क को तोड़ने के लिए विशेष टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है। सम्राट चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा, “बिहार में जो भी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम करेगा, पुलिस उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगी। किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।”

बेटियों की सुरक्षा पर सरकार का फोकस बढ़ा

हाल के वर्षों में शैक्षणिक संस्थानों के आसपास छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। सरकार की यह नई पहल बेटियों के प्रति सुरक्षा की भावना को मजबूत करेगी। स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के बाहर बढ़ती असामाजिक गतिविधियों को नियंत्रित करने में पिंक पुलिसिंग अहम भूमिका निभा सकती है। सरकार का मानना है कि यह व्यवस्था न सिर्फ सुरक्षा बढ़ाएगी, बल्कि छात्राओं और उनके अभिभावकों में भरोसा भी मजबूत करेगी, जिससे लड़कियों की शिक्षा और स्वतंत्र आवाजाही को प्रोत्साहन मिलेगा।

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