डेस्क: शास्त्रों के अनुसार इस वर्ष गणेश चतुर्थी 2 सितंबर दिन सोमवार को सुबह 9 बजकर 1 मिनट से प्रारम्भ हो रही है। जो 3 सितंबर को प्रात: 6 बजकर 50 मिनट तक है। मध्याह्न में चतुर्थी सोमवार 2 सितंबर को पड़ रही है अत: 2 सितंबर को ही गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन अगर आप पूरे विधि विधान के साथ भगवान गणेश की आराधना करते हैं और उनके मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो इससे आपको आपार धनलाभ होगा तथा आपके जीवन पर भगवान गणेश की कृपा बनी रहेगी।
इन मंत्रों का करें जाप:
भगवान गणेश को बिल्वपत्र चढ़ाते समय उमापुत्राय नमः का मंत्रोच्चारण करें।
दूर्वदल चढ़ाते वक्त गजमुखाय नमः का मंत्रोच्चारण करें।
भगवान श्रीगणेश की पूजा करते वक्त उन्हें शमी पत्र चढ़ाएं और सुमुखाय नमः मंत्र पढ़ें।
तेजपत्ता चढ़ाते वक्त चतुर्होत्रे नमः का मंत्रोच्चारण करें।
बेर चढ़ाते समय लंबोदराय नमः का जप करें।
भगवान श्रीगणेश को धतूरे का पत्ता चढ़ाके वक्त हरसूनवे नमः का जप करें।
केले का पत्ता चढ़ाते समय हेमतुंडाय नमः का जप करें।
अगस्त्य वृक्ष का पत्ता चढ़ाते वक्त सर्वेश्वराय नमः का जाप करें।
कनेर का पत्ता चढ़ाते समय विकटाय नमः का जप करें।
सेम का पत्ता चढ़ाते वक्त वक्रतुंडाय नमः का जप करें।
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