डेस्क: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस तिथि के मध्याह्न में भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। इस साल गणेश चतुर्थी 02 सितंबर दिन सोमवार को सुबह 9 बजकर 1 मिनट से प्रारम्भ हो रही है जो 3 सितंबर को प्रात: 6 बजकर 50 मिनट तक है। मध्याह्न में चतुर्थी सोमवार 02 सितंबर को पड़ रही है। इस बार श्रीगणेश चित्रा नक्षत्र में पधारेंगे जो बहुत ही शुभ हैं।
भगवान श्री गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को दिन मध्याह्र काल में स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसी कारण मध्याह्र काल में ही भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसे हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता हैं। भगवान गणेश जी को विद्या-बुद्धि का प्रदाता, विघ्न-विनाशक और मंगलकारी माना जाता हैं। इनकी कृपा से इंसान के जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती हैं।
पूजा का शुभ मूहर्त:
इस खास दिन पर हम आपको बता दें की इस गणेश चतुर्थी के दिन पूजन का शुभ मूहर्त दोपहर 11 बजकर 4 मिनट से 1 बजकर 37 मिनट तक है। पूजा का शुभ मूहर्त करीब दो घंटे 32 मिनट की अवधि है। इस समय में गणपति जी की आराधना करना तथा उनकी पूजा करना सबसे शुभ रहेगा।
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