इस पहल का उद्देश्य केवल तकनीकी ज्ञान देना नहीं, बल्कि रोज़गार के नए अवसरों को जन-जन तक पहुंचाना है। एचसीएल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, इंटेल, वाधवानी फाउंडेशन और वन मिलियन फार वन बिलियन जैसी प्रमुख कंपनियों के सहयोग से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, छात्र, डॉक्टर, किसान और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी।
क्या होगा कोर्स में?
प्रशिक्षण को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि तकनीक में निपुणता पाने के लिए किसी तकनीकी पृष्ठभूमि की आवश्यकता नहीं होगी। कोर्स में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे: एआई का परिचय, मशीन लर्निंग के मूल सिद्धांत, डेटा एनालिटिक्स, एआई टूल्स का उपयोग, क्षेत्र-विशेष ट्रेनिंग (जैसे कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य)
कैसे मिलेगा लाभ?
इच्छुक लोग AI प्रज्ञा पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। प्रशिक्षण पूरी तरह वीडियो लेक्चर्स, प्रैक्टिकल असाइनमेंट्स और इंटरेक्टिव टूल्स के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह सुविधा ग्राम पंचायत और जन सेवा केंद्रों के ज़रिए उपलब्ध कराई जाएगी।
सरकार की सोच – हर हाथ को डिजिटल ताकत
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम भारत को डिजिटल महाशक्ति बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास माना जा रहा है। यह पहल न केवल युवाओं को नई तकनीक से जोड़ने का माध्यम बनेगी, बल्कि राज्य की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करेगी। क्या आप तैयार हैं एआई से जुड़ने के लिए? आज ही रजिस्ट्रेशन करें और बदलें अपना भविष्य।
0 comments:
Post a Comment