दूध, पनीर और मसालों की होगी कड़ी निगरानी
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि रोजमर्रा के उपयोग की चीजें जैसे तेल, घी, मसाले, दूध और पनीर की जांच वहीं की जाए जहां ये उत्पाद बनते हैं। खासतौर पर दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष नजर रखने के लिए अलग टीमें बनाई जाएंगी, जो लगातार निगरानी करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य पदार्थों की शुद्धता और गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
फूड मिलावट को बताया ‘सामाजिक अपराध’
मुख्यमंत्री योगी ने खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाओं के कारोबार को गंभीर सामाजिक अपराध करार दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अपराधियों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगाई जाएं ताकि समाज में उनके प्रति नकारात्मक संदेश जाए।
जांच के लिए प्रयोगशालाओं का बड़ा विस्तार
मुख्यमंत्री को बताया गया कि राज्य में खाद्य और औषधि जांच प्रयोगशालाओं का नेटवर्क अब तेजी से विस्तारित हो रहा है। पहले केवल छह मंडलों में यह सुविधा थी, अब 12 नए मंडलों में भी प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। लखनऊ, गोरखपुर और झांसी की पुरानी प्रयोगशालाओं को भी उन्नत किया गया है। लखनऊ, मेरठ और वाराणसी में अत्याधुनिक माइक्रोबायोलॉजी लैब्स भी स्थापित की गई हैं, जहां वायरस और बैक्टीरिया की जांच की जा सकेगी।
फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप से दर्ज करें शिकायत
आम जनता की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए ‘फूड सेफ्टी कनेक्ट’ नामक मोबाइल ऐप और टोल फ्री नंबर 1800-180-5533 की सुविधा भी दी गई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जब तक शिकायतकर्ता संतुष्ट न हो, तब तक किसी भी शिकायत को बंद न किया जाए।
नकली दवाओं पर शिकंजा, पुलिस लेगी एक्शन
मुख्यमंत्री योगी ने नकली औषधियों के कारोबार पर नियंत्रण के लिए पुलिस और एफएसडीए के बीच बेहतर समन्वय का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन कार्यवाहियों की प्रभावशीलता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
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