ट्रेनिंग और नियुक्ति प्रक्रिया
बिहार के परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि इच्छुक जीविका दीदियों को पहले पटना या औरंगाबाद में स्थित आईडीटीआर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद महिलाओं को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा संचालित पिंक बसों में ड्राइविंग और कंडक्टर की जिम्मेदारी दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि इस पहल से न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि जीविका दीदियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
योग्यता और प्राथमिकता
पिंक बस में ड्राइवर बनने के लिए न्यूनतम योग्यता 8वीं पास है। नियोजन के दौरान 9वीं या 10वीं पास उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद एचएमवी लाइसेंस धारक महिलाओं को वैकेंसी के अनुसार संविदा पर नियुक्ति दी जाएगी।
पिंक बसों का उद्देश्य और महत्व
बिहार की राजधानी पटना सहित अन्य शहरों में महिलाओं के लिए विशेष पिंक बसें चल रही हैं। इन बसों में केवल महिला यात्री सफर कर सकती हैं। नियमानुसार इन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी केवल महिलाएं होंगी। शुरुआत में सरकार को महिला ड्राइवर और कंडक्टर नहीं मिल पाने की समस्या थी। अब यह नई पहल इसे दूर करेगी और महिलाओं को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सक्रिय भागीदारी का अवसर देगी।
आवेदन की अंतिम तिथि
इच्छुक जीविका दीदियां या अन्य महिलाएं 15 दिसंबर 2025 तक आवेदन कर सकती हैं। प्रशिक्षण और नियुक्ति के बाद पिंक बसों में महिलाओं के लिए सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित की जाएगी।

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