बिहार में ''जमीन'' का बड़ा फर्जीवाड़ा, होगी सख्त कार्रवाई!

बेतिया। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बेतिया राज की जमीनों को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। राज्य सरकार में परिसंपत्तियों के समाहित होने के बाद से जारी जांच में यह खुलासा हुआ कि कुछ पूर्व पदाधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से 4229.82 एकड़ जमीन की अवैध जमाबंदी की गई थी।

जिला प्रशासन ने जानकारी दी कि यह फर्जीवाड़ा जिले के 16 अंचलों में फैल गया था। अब तक 159 मामलों में अवैध जमाबंदी की पुष्टि हुई है, जिसमें भू-माफियाओं ने बेतिया राज की जमीन पर अपने नाम जमाबंदी कर ली थी।

प्रशासन की सख्त कार्रवाई

जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने इस मामले में तत्काल कदम उठाते हुए एडीएम सह बेतिया राज प्रबंधक राजीव रंजन सिन्हा को निर्देश दिया कि अवैध रूप से कायम की गई जमाबंदी को तुरंत रद्द किया जाए। इससे बेतिया राज की जमीन को भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराया जा सकेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि यह कदम राज्य सरकार की संपत्तियों की सुरक्षा और अवैध कब्जे को रोकने के लिए उठाया गया है।

बेतिया राज की कुल संपत्तियाँ

जानकारी के अनुसार, बेतिया राज के अंतर्गत बिहार और उत्तर प्रदेश में कुल 15,213 एकड़ जमीन है। इसमें पश्चिम चंपारण जिले में 12,842 एकड़, जबकि अन्य जिलों जैसे पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सिवान में शेष जमीन है।

राज्य सरकार ने बेतिया राज की संपत्तियों को संरक्षित करने और भू-माफियाओं पर शिकंजा कसने की कार्रवाई तेज कर दी है। प्रशासन की यह पहल भू-माफियाओं के लिए चेतावनी स्वरूप है और भविष्य में किसी भी अवैध जमाबंदी की संभावना को रोकने के उद्देश्य से की जा रही है।

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