तीन चरणों में बनेगी 81.17 किमी लंबी रेल लाइन
यह नई रेल लाइन कुल 81.17 किलोमीटर लंबी होगी, जिसके लिए 1320 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है। रेलवे के अनुसार-
प्रथम चरण: सहजनवा से बांसगांव (32.95 किमी), वर्ष 2027 तक पूरा होने की योजना
द्वितीय चरण: बांसगांव से बड़हलगंज (36.80 किमी)
तृतीय चरण: बड़हलगंज से न्यू दोहरीघाट (11.42 किमी)
सहजनवा–पिपरौली रेलमार्ग पर तिनहरा, बनौडा और बेलवा डाडी में मिट्टी भराई का काम शुरू हो चुका है। पुलिया निर्माण समेत कई कार्यों के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
भूमि अधिग्रहण तेज, 112 गांव शामिल
इस परियोजना के लिए 112 गांवों में कुल 403.29 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जानी है। अब तक 57.19 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा, बाकी भूमि के लिए प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ रही है। पहले चरण में सहजनवा–बांसगांव के बीच आवश्यक 44.37 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित हो चुकी है और शेष भी अंतिम चरण में है। दूसरे और तीसरे चरण के लिए आवश्यक भूमि का बड़े पैमाने पर अधिग्रहण जारी है। रेलवे परियोजना के "स्पेशल प्रोजेक्ट" में शामिल होने के बाद जमीन अधिग्रहण और निर्माण दोनों की रफ्तार में तेज वृद्धि हुई है।
इन 11 स्थानों पर बनेंगे नए रेलवे स्टेशन
सहजनवा–दोहरीघाट मार्ग पर स्टेशन एवं उनके प्रस्तावित स्थल इस प्रकार होंगे। पिपरौली – सहजना, खजनी – छताई, उनवल – बढ़नी, बैदौली बाबू – बैदौली बाबू, बांसगांव – मंझगांवा, ऊरुवा बाजार – गौरखास, बनवारपार – बाथखुर्द, गोला बाजार – रीमा, भरौली – मरचीयार बुजुर्ग, बड़हलगंज – तिहा मोहम्मदपुर, न्यू दोहरीघाट – बुढ़ावल। इन स्टेशनों के बन जाने से क्षेत्र में यातायात, व्यापार और रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे।
सरयू नदी पर बनेगा 1200 मीटर लंबा रेलवे पुल
परियोजना के सबसे महत्वपूर्ण ढाँचों में से एक सरयू नदी पर बनने वाला लगभग 1200 मीटर लंबा रेल पुल होगा, जिसे इस मार्ग का सबसे बड़ा पुल बताया जा रहा है। इसके अलावा 2 उपरिगामी पुल, 15 अंडरपास, 11 बड़े पुल, 47 छोटे पुल का निर्माण किया जाएगा। कई स्थानों पर निर्माण गतिविधियाँ प्रारंभ भी हो चुकी हैं।
पूर्वांचल को मिलेगा नया रेल गलियारा
नई रेल लाइन बनने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे को एक वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध हो जाएगा। इससे गोरखपुर से वाराणसी, छपरा और प्रयागराज की दूरी और समय कम होगा, दक्षिणांचल के यात्रियों को स्टेशन तक पहुँचने की कठिनाई कम होगी, क्षेत्र में औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी।
स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के मौके
यह परियोजना 17 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक में स्वीकृत हुई थी, और अब इसका निर्माण गति पकड़ चुका है। सहजनवा–दोहरीघाट रेल लाइन और 11 नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण पूरा होने के बाद यह क्षेत्र परिवहन और व्यापार के मामले में नई संभावनाओं से भर उठेगा। पूर्वांचल के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी और कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
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