यूपी वासियों के लिए 1 बड़ी खुशखबरी, शुरू हो रहा ये एक्सप्रेस-वे!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यातायात और आर्थिक विकास को गति देने के लिए एक बड़ी पहल जल्द ही पूरी होने वाली है। राज्य का गंगा एक्सप्रेसवे, जो मेरठ जिले के भंवापुर से शुरू होकर प्रयागराज के फाफामऊ तक जाएगा, अपने पहले चरण में 95% से अधिक पूरा हो चुका है। यह छह लेन वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा है और 12 जिलों मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली और प्रयागराज को जोड़ेगा।

उद्घाटन जनवरी 2026 में होने की संभावना 

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अनुसार, एक्सप्रेसवे का उद्घाटन जनवरी 2026 के मध्य तक, संभवतः 15 जनवरी के आसपास, होने की संभावना है। उद्घाटन के बाद मेरठ से प्रयागराज की यात्रा अब सिर्फ 6 घंटे में पूरी हो जाएगी। वर्तमान में, राष्ट्रीय राजमार्ग NH-34 और NH-30 के जरिए यह दूरी तय करने में 10 से 12 घंटे लगते हैं, खासकर ट्रैफिक जाम और सड़क की खराब स्थिति के कारण। एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।

दिल्ली से प्रयागराज की दूरी भी घटेगी

गंगा एक्सप्रेसवे के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद दिल्ली से प्रयागराज की यात्रा लगभग 7 घंटे में पूरी हो सकेगी। यह सुविधा माल ढुलाई के लिए भी फायदेमंद होगी। अब बदायूं, शाहजहांपुर और अन्य जिलों से प्रयागराज तक सामान आधा समय में पहुंच सकेगा।

सुरक्षा और आधुनिक तकनीक

एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। इसमें शामिल हैं इमरजेंसी लेन, स्मार्ट सिग्नलिंग सिस्टम, कई ओवरब्रिज और अंडरपास, इन आधुनिक सुविधाओं के कारण दुर्घटनाओं का खतरा न्यूनतम रहेगा।

आर्थिक और सामाजिक लाभ

गंगा एक्सप्रेसवे केवल यात्रा को आसान नहीं बनाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच आर्थिक एकीकरण को भी मजबूत करेगा। एक्सप्रेसवे के बनने से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, व्यापार और माल ढुलाई तेज होगी, पर्यटन और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी।

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