अब 8वें वेतन आयोग के संभावित लागू होने से पहले फिटमेंट फैक्टर के कई अनुमान सामने आ रहे हैं। 1.90, 1.92 और 2.86। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार 1.90 या 1.92 जैसे यथार्थवादी फैक्टर पर विचार किया जा सकता है।
फिटमेंट फैक्टर क्यों होता है महत्वपूर्ण?
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक है जिसके जरिए पुराने वेतन को गुणा कर नया वेतन निकाला जाता है। यही कारण है कि हर वेतन आयोग में कर्मचारियों का सबसे अधिक ध्यान इसी पर टिका होता है। यदि फिटमेंट फैक्टर बढ़ता है, तो बेसिक वेतन और कुल सैलरी दोनों में वृद्धि होती है।
₹25,500 बेसिक-पे की संभावित सैलरी
कई रिपोर्टों में 8वें वेतन आयोग के लिए फिटमेंट फैक्टर 1.92 रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में लेवल-4 में आने वाले कर्मचारियों की बेसिक पे (₹25,500) कितनी हो सकती है, इसका अनुमान इस प्रकार है: संभावित फिटमेंट फैक्टर: 1.92, मौजूदा बेसिक पे: ₹25,500, संभावित नई बेसिक पे: ₹25,500 × 1.92 = ₹48,960 यानी अगर फिटमेंट फैक्टर 1.92 तय किया जाता है, तो लेवल-4 के कर्मचारियों की नई बेसिक पे लगभग ₹48,960 हो सकती है।
कुल सैलरी में कितना फर्क आएगा?
बेसिक वेतन बढ़ने के साथ-साथ अन्य भत्ते जैसे DA, HRA, TA भी उसी अनुरूप बढ़ जाएंगे। यानी कुल इन-हैंड सैलरी में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
क्या कहती हैं आधिकारिक तैयारी?
अब तक सरकार की ओर से 8वें वेतन आयोग पर कोई औपचारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है। लेकिन कर्मचारी संगठनों की ओर से वेतन संशोधन की मांग लगातार जारी है। जैसे-जैसे 2026 नजदीक आता जाएगा, इस विषय पर सरकार का रुख स्पष्ट होने की संभावना बढ़ेगी

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