चित्रकूट जैसी पिछड़ी आर्थिक स्थिति वाले जिलों में रोजगार के विकल्प सीमित हैं। न तो बड़ी फैक्ट्रियां हैं, न औद्योगिक क्षेत्र और न ही बड़े कॉरपोरेट कार्यालय। इसके चलते युवा अक्सर शहरों में रोजगार की तलाश में भटकते रहे हैं। लेकिन अब यह योजना उन्हें अपने क्षेत्र में रहकर स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने का अवसर देती है।
लोन लेने की प्रक्रिया
चित्रकूट के अग्रणी बैंक प्रबंधक अनुराग शर्मा ने बताया कि लोन पाने के लिए पात्र व्यक्ति को बैंक में आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड जमा करने होंगे। आवेदन जमा होने के बाद बैंक द्वारा व्यवसाय और पात्रता का सर्वे किया जाएगा। लोन पूरी तरह ब्याजमुक्त है।
अब तक 700 लोगों को लाभ
बैंक अधिकारियों के अनुसार, जिले में अब तक 700 लोगों को यह लोन प्रदान किया जा चुका है। आवेदन के लिए जिला उद्योग कार्यालय जाना होता है और प्रस्तावित व्यापार के लिए कोटेशन भी लगाना पड़ता है। लोन की राशि सीधे उस दुकान या फर्म के खाते में जमा की जाती है, जिससे व्यवसायिक सामग्री खरीदी जाती है।
इस योजना से होंगे बड़ा लाभ
चित्रकूट जैसे जिलों में जहां युवा रोजगार की कमी और खेती पर निर्भरता के कारण पलायन करते हैं, यह योजना उनके लिए बड़ी राहत और अवसर साबित हो रही है। इसके तहत युवा अपने गांव में डॉक्टर क्लिनिक, कंप्यूटर सेंटर, डेयरी, प्रोसेसिंग यूनिट, साइबर कैफे या खाद-बीज स्टोर जैसे छोटे उद्योग शुरू कर सकते हैं।
प्रदेश सरकार का यह कदम न केवल युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा। इस योजना के माध्यम से चित्रकूट के युवा अपने गांव में ही स्थायी रोजगार पा सकते हैं और जिले की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में योगदान दे सकते हैं।
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