रेलवे ने हाल ही में घोषणा की है कि अब स्लीपर कोच में सफर करने वाले यात्रियों को भी साफ-सुथरी और सैनिटाइज्ड चादर और तकिये की सुविधा दी जाएगी। इस नए नियम के तहत, यात्रियों को सफर के दौरान बेडरोल का उपयोग करने का विकल्प मिलेगा। फिलहाल, यह सुविधा केवल एसी कोच में उपलब्ध थी, लेकिन अब इसे स्लीपर क्लास तक बढ़ा दिया गया है।
बेडरोल की सुविधा कैसे मिलेगी?
स्लीपर कोच में बेडरोल सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को टिकट के अलावा थोड़ी अतिरिक्त राशि का भुगतान करना होगा। रेलवे के अनुसार: पूरे सेट (एक चादर, एक तकिया और तकिये का कवर) के लिए 50 रुपये। केवल चादर के लिए 20 रुपये। केवल तकिये और कवर के लिए 30 रुपये। यह ध्यान देने योग्य है कि इस सुविधा में कंबल शामिल नहीं है।
किन ट्रेनों में शुरू हुई है सेवा?
रेलवे ने शुरुआत में इस सुविधा को लंबी दूरी की ट्रेनों तक सीमित किया है। फिलहाल, इसे 10 प्रमुख ट्रेनों में लागू किया गया है। इन ट्रेनों में स्लीपर क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध होगा। प्रमुख ट्रेनों में शामिल हैं:
मैंगलोर एक्सप्रेस (16159/16160)
पालघाट एक्सप्रेस (22651/22652)
मन्नारगुड़ी एक्सप्रेस (16179/16180)
नीलगिरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12671/12672)
मैंगलोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12685/12686)
तिरुचेंदुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (20605/20606)
सिलंबु सुपरफास्ट एक्सप्रेस (20681/20682)
त्रिवेंद्रम सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12695/12696)
अल्लेप्पी सुपरफास्ट एक्सप्रेस (22639/22640)
तांबरम-नागरकोइल सुपरफास्ट एक्सप्रेस (22657/22658)
कब से लागू होगा नया नियम?
रेलवे ने यह सुविधा 1 जनवरी, 2026 से लागू करने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य स्लीपर क्लास यात्रियों को भी सफर के दौरान आरामदायक और सुरक्षित अनुभव प्रदान करना है। इस बदलाव से स्पष्ट है कि रेलवे केवल यात्रा को सुविधाजनक बनाने तक ही सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि यात्रियों के लिए हर वर्ग में बेहतर अनुभव सुनिश्चित करना चाहता है।

0 comments:
Post a Comment