यूपी में घर-घर जाएगी स्वास्थ्य टीमें, बच्चों को बड़ी खुशखबरी!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए एक बार फिर बड़ा कदम उठाया जा रहा है। प्रदेश के 33 जिलों में 14 दिसंबर से 22 दिसंबर तक विशेष पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएंगी।

क्यों ज़रूरी है यह अभियान?

राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता के अनुसार पोलियो एक अत्यंत संक्रामक वायरस जनित रोग है। यूपी को पोलियो मुक्त हुए भले ही 15 साल हो चुके हों, परंतु पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों में आज भी संक्रमण देखा जा रहा है। ऐसे में किसी भी तरह के पुनः संक्रमण को रोकने के लिए हर वर्ष यह अभियान चलाया जाता है।

बड़ा लक्ष्य, बड़ी तैयारी

इस बार अभियान के दौरान 1.33 करोड़ बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले दिन 44,726 पोलियो बूथ स्थापित किए जाएंगे। बाद के दिनों में 29,360 टीमें और 10,686 पर्यवेक्षक घर-घर जाकर बच्चों तक पहुँचेंगे।

दूरस्थ और कठिन क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए विशेष टीमें तैनात रहेंगी— 2,750 ट्रांज़िट टीमें, 1,746 मोबाइल टीमें। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ईंट-भट्ठों, निर्माण स्थलों तथा मलिन बस्तियों जैसी जगहों पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि यहाँ रहने वाले परिवार संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील माने जाते हैं।

इन जिलों में चलाया जाएगा अभियान

आगरा, अम्बेडकर नगर, अमेठी, अयोध्या, बदायूं, भदोही, बांदा, चंदौली, इटावा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, जौनपुर, झाँसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, मऊ, मथुरा, मिर्जापुर, पीलीभीत, सोनभद्र, उन्नाव और वाराणसी।

प्रदेश के सभी माता-पिता से अपील

स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी अभिभावकों से अपील की है कि अभियान के दौरान पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को अवश्य पोलियो की ‘दो बूंद जिंदगी की’ पिलाएँ और प्रदेश को पूरी तरह सुरक्षित बनाए रखने में अपनी भागीदारी निभाएँ।

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