परिवारों की पहचान और सर्वेक्षण
जिला प्रशासन ने परिवार के मुखिया के नाम से जारी राशन कार्ड और आधार कार्ड का मिलान किया जा रहा है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कौन से परिवार आज भी लकड़ी या अन्य परंपरागत ईंधन से भोजन पकाने को मजबूर हैं। पिछले सात दिनों में 7,873 परिवारों की जांच पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान यह पाया गया कि कई परिवार पहले से उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन पा चुके हैं।
सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा
इन परिवारों को राशन कार्ड और रसोई गैस कनेक्शन के साथ साथ प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला गैस योजना, वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन और निराश्रित पेंशन जैसी योजनाओं से जोड़कर उनकी जीवन स्थितियों में सुधार किया जायेगा।
पात्र परिवारों के लिए कार्रवाई
आपको बता दें की इस सर्वेक्षण के तहत यह ध्यान रखा जा रहा है कि परिवार के मुखिया के नाम से पहले गैस कनेक्शन न जारी हुआ हो और वे खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन का उपयोग कर रहे हों। पात्र पाए जाने वाले परिवारों को खाद्यान्न और गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे। जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ल ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ना और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार लाना है।

0 comments:
Post a Comment